उत्तराखंड विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनावों के नतीजों को राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है.
बीजेपी हरिद्वार की मंगलौर और चमोली की बद्रीनाथ दोनों सीटें कांग्रेस से हार गई है.
मंगलौर सीट पर भाजपा अपने प्रदर्शन को ठीक बता रही है लेकिन बद्रीनाथ की हार की समीक्षा की बात कर रही है.
सोशल मीडिया पर लोग इसे अयोध्या की हार से जोड़कर देख रहे हैं और विपक्षी ये कह रहे हैं कि ‘भगवान’ ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है.
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि “पहले भगवान राम ने भाजपा को सज़ा दी है, फिर बद्रीनाथ में नारायण ने और अब बाबा केदार की बारी है.”
आवाज़ें पार्टी के अंदर से भी उठने लगी हैं और एक वरिष्ठ नेता ने इस हार की वजह प्रत्याशियों के चयन को बताया है.