परियोजना निदेशक व मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने मुख्य अतिथि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम के जनक तथा मुख्य वास्तुकार श्री मनोहर लाल जी रहे हैं और उनके अगुवाई में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 148 सुशासन सहयोगियों ने विभिन्न सुशासन पहलों को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए अपना पूरा सहयोग दिया। यह कार्यक्रम मंे देश में अपनी तरह का ऐसा कार्यक्रम रहा जिसके तहत लोगों और सरकार के बीच एक सेतु का काम किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई विभिन्न पहलों व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के तहत प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ किए गए बेटी बचाओ-बेटी पढाओ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया और अल्प अंतराल के भीतर ही सामाजिक सुधार के तहत हरियाणा में लिंगानुपात में सुधार हुआ। उन्होंने कहा कि हरियाणा, जिसे अपनी बेटियों की हत्या के लिए जाना जाता था, को अब अपनी बेटियों को बढावा देने के लिए जाना जाता है और हरियाणा की बेटियां हर क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए एक उदाहरण के रूप में जानी जा रही है। उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक संचालित करवाने से समाज में बदलाव देखने को मिला है।
श्री अमित अग्रवाल ने कहा कि पिछले इन 8 सालों में सभी सुशासन सहयोगियों ने जिला प्रशासन, राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ बहुत ही करीबी तालमेल रखते हुए कार्य किया है और 660 से अधिक अंतोदय सरल केन्द्रों को खोला गया और 10 करोड से ज्यादा सेवाएं इन सरल केन्द्रों के माध्यम से लोगों को उपलब्ध करवाई गई। इसके लिए राष्ट्रपति जी द्वारा प्लेटिनम अवार्ड भी दिया गया। इसके अलावा, सुशासन सहयोगियों ने ई-ऑफिस, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, अमृत सरोवर योजना, हरियाणा अपशिष्ट जल एवं तालाब प्राधिकरण, सक्षम हरियाणा पहल, आंगनवाड़ी के उत्थान के लिए प्लेवे स्कूल योजना के क्रियान्वयन में अपना बेहतरीन सहयोग दिया तथा कई सूक्ष्म पहलों को लागू करवाने में भी सुशासन सहयोगियों की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इन सभी पहलों व सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से लोगों को अवश्य ही लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 20 से ज्यादा सुशासन सहयोगी विभिन्न विभागों में सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने सीएमजीजीए कार्यक्रम को संचालित करने के लिए विभिन्न डोनर्स का भी धन्यवाद और आभार प्रकट किया।