Jalandhar West by-election पंजाब में जलंधर पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ सुबह 9 बजे तक साढ़े दस प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान प्रक्रिया शाम 6 बजे तक जारी रहेगी और मतों की गिनती 13 जुलाई को होगी।
पंजाब में जलंधर पश्चिम विधानसभा उपचुनाव में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा सहित प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
मार्च में शीतल अंगुराल के आप विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के बाद जालंधर पश्चिम सीट खाली हो गई थी। यह उपचुनाव पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर हाल के लोकसभा चुनावों में आप के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, जहां उन्होंने पंजाब में 13 में से केवल तीन सीटें जीतीं।
प्रमुख उम्मीदवार
इस उपचुनाव में 15 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें कांग्रेस उम्मीदवार सुरिंदर कौर भी शुरुआती वोटरों में से एक थीं। उन्होंने आप सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि लोग उसके कामकाज से असंतुष्ट हैं। वहीं, आप उम्मीदवार मोहिंदर भगत ने अपनी पार्टी की जीत पर भरोसा जताया। बसपा उम्मीदवार बिंदर कुमार ने भी वोट डाला।
कुल मतादाता
कुल पात्र मतदाताओं की संख्या 1,71,963 है, जिसमें 89,629 पुरुष, 82,326 महिलाएं और आठ थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा, 874 दिव्यांग मतदाता हैं जिनके लिए व्हीलचेयर और पिक-एंड-ड्रॉप सुविधाओं जैसी विशेष व्यवस्था की गई है।
मतदान केंद्र और सुरक्षा व्यवस्था
मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए कुल 181 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से दस आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं, ताकि मतदान सुचारू रूप से हो सके। चुनाव के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
जानें किनके बीच है ये मुकाबला
सत्तारूढ़ आप ने पूर्व मंत्री भगत चुन्नी लाल के बेटे मोहिंदर भगत को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर सुरिंदर कौर को उम्मीदवार बनाया है। इस बीच, भाजपा ने शीतल अंगुराल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो इस साल की शुरुआत में आप से भाजपा में शामिल हुए थे।
अकाली दल बसपा उम्मीदवार को कर रहा समर्थन
शिरोमणि अकाली दल ने पहले सुरजीत कौर को मैदान में उतारा था, लेकिन बाद में पार्टी के अंदरूनी कलह के कारण उसने समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद शिरोमणि अकाली दल ने इस उपचुनाव के लिए बसपा उम्मीदवार बिंदर कुमार को समर्थन देने का फैसला किया।
चुनाव परिणाम पर टिकी हैं निगाहें
यह उपचुनाव न केवल आप के लिए एक परीक्षा है, बल्कि भाजपा के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो लोकसभा चुनावों के दौरान पंजाब में कोई भी सीट जीतने में विफल रहने के बाद जालंधर पश्चिम से जीत हासिल करना चाहती है। सभी की निगाहें 13 जुलाई के चुनाव परिणाम पर टिकी रहेेंगी।