भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) सोमवार को अपने दो दिवसीय रूस (Russia) दौरे पर देश की राजधानी मॉस्को (Moscow) में हैं। एयरपोर्ट पर पीएम मोदी के स्वागत के लिए रूस के पहले डिप्टी पीएम डेनिस मंटुरोव (Denis Manturov) खुद पहुंचे, पीएम मोदी के स्वागत में एयरपोर्ट पर रेड कारपेट भी बिछाया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया। होटल पहुंचने पर भारतीय कम्युनिटी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने भी गले लगाकर पीएम मोदी का स्वागत किया। आज पीएम मोदी ने रूस में भारतीय कम्युनिटी को संबोधित भी किया। साथ ही उन्होंने पुतिन के साथ एटम पवेलियन का भी दौरा किया। पीएम मोदी को आज रूस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ (The Order of St. Andrew the Apostle) से भी सम्मानित किया गया। पर रूस दौरे की जो सबसे अहम वजह थी, वो थी 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना और पीएम मोदी पुतिन के साथ इस सम्मेलन में शामिल हुए।
पुतिन को बताया खास दोस्त
पीएम मोदी और पुतिन अपने-अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए और द्विपक्षीय वार्ता की। पीएम मोदी ने पुतिन को खास दोस्त बताते हुए उन्हें रूस में हुए राष्ट्रपति चुनाव में पांचवीं बार जीत के लिए बधाई दी।
शांति का दिया संदेश
रूस-यूक्रेन युद्ध के विषय पर भी पीएम मोदी ने बात की। पीएम मोदी ने कहा, “एक दोस्त के रूप में मैंने हमेशा कहा है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए शांति बहुत महत्वपूर्ण है। मैं यह भी जानता हूं कि युद्ध के मैदान पर कोई समाधान संभव नहीं हैं। बम, बंदूक और गोलियों के बीच समाधान और शांति वार्ता सफल नहीं होती। ऐसे में हमें बातचीत के जरिए ही शांति का रास्ता अपनाना होगा।”
मासूम बच्चों का मरना दिल दहला देने वाला
पीएम मोदी ने आगे कहा, “चाहे युद्ध हो, संघर्ष हो, या आतंकवादी हमले हो, जब जान का नुकसान होता है तो मानवता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को दुःख होता है। लेकिन जब मासूम बच्चों की हत्या होती है, जब हम मासूम बच्चों को मरते देखते हैं तो दिल दहल जाता है। वह दर्द बहुत बड़ा है। इस पर मैंने राष्ट्रपति पुतिन से विस्तृत चर्चा भी की है।”
किसानों के लिए भारत-रूस संबंध बेहद अहम
पीएम मोदी ने किसानों के लिए भारत-रूस संबंधों को बेहद अहम बताया। उन्होंने कहा, “पिछले 5 साल पूरे विश्व के लिए, पूरी मानवजाति के लिए बहुत ही चिंताजनक और चुनौतीपूर्ण रहे हैं। हमें कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ा। पहले कोविड और फिर अलग-अलग जगहों पर संघर्ष और तनाव के दौर ने मानवजाति के लिए कई तरह की परेशानियाँ खड़ी की हैं। ऐसी स्थिति में भी जब दुनिया खाद्य, ईंधन और उर्वरक के संकट से जूझ रही थी, भारत-रूस की दोस्ती और सहयोग के कारण भारत के किसानों को उर्वरक का संकट नहीं हुआ। हमारी दोस्ती ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। हम किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध हैं। आने वाले दिनों में भी हम चाहेंगे कि किसानों के हित में रूस के साथ हमारा सहयोग और आगे बढ़े।”
पूरी दुनिया की है इस दौरे पर नज़र
पीएम मोदी ने अपने रूस दौरे की अहमियत पर बात करते हुए कहा, “यह दौरा इतना अहम है, कि पूरी दुनिया की इस पर नज़र है। पूरी दुनिया इस मीटिंग के अलग-अलग मतलब निकाल रही है। हमने दोस्तों की तरह अलग-अलग विषयों पर बात की। हमने यूक्रेन पर चल रहे युद्ध पर भी विस्तृत चर्चा की और एक-दूसरे की राय जानी।”
आतंकवाद पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “भारत पिछले 40-50 सालों से आतंकवाद को झेल रहा है। हम जानते हैं कि आतंकवाद कितना भयानक है। ऐसे में जब मॉस्को और दागेस्तान में आतंकी हमले हुए, तो मैं समझ सकता हूँ कि इससे लोगों को कितनी पीड़ा हुई होगी। मैं ऐसे आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करता हूँ।”
भारत और रूस ने ग्लोबल फ्यूल मार्केट को दी स्थिरता
पीएम मोदी ने भारत और रूस के तेल/फ्यूल समझौते पर भी बात की। पीएम मोदी ने कहा, “भारत और रूस के समझौते ने ग्लोबल फ्यूल मार्केट को स्थिरता दी।”
द्विपक्षीय संबंधों की मज़बूती पर दिया जोर
पीएम मोदी और पुतिन, दोनों ने ही भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की मज़बूती पर जोर दिया और इन्हें बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने की सुनिश्चितता जताई। दोनों ने अलग-अलग सेक्टर्स में भारत-रूस पार्टनरशिप को बढ़ाने की भी बात कही।
शानदार स्वागत के लिए पुतिन को दिया धन्यवाद
पीएम मोदी ने उनके शानदार स्वागत के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा, “मैं इस शानदार स्वागत और सम्मान के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूँ। भारत में चुनावों में हमें अभूतपूर्व विजय मिली। उसके बाद आपने जो शुभकामनाएँ दीं, उसके लिए भी मैं आभार व्यक्त करता हूँ।”