इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने हाल ही में बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन हरियाणा (बीएसईएच) द्वारा 12वीं कक्षा की परीक्षा के रिजल्ट जारी करने पर मार्कशीट में पांच विषयों की बजाय चार विषयों का रिजल्ट देने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बच्चों के लिए मानसिक प्रताडऩा है। इतना ही नहीं बोर्ड की लापरवाही के कारण कई छात्रों को उनके और उनके माता-पिता के नाम की स्पेलिंग में भी गलतियां मिलीं हैं। उन्होंने कहा कि बारहवीं का रिजल्ट बच्चों का भविष्य तय करता है जब उन्हें उच्च शिक्षा के लिए अपने आगे का करियर चुनना होता है। रिजल्ट में ऐसी गंभीर त्रुटियों के कारण बच्चों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है और उन्हें ग्रेजुएशन, लॉ, बीटेक और एमबीबीएस में प्रवेश लेने से वंचित होना पड़ सकता है। शिक्षा बोर्ड जल्द से जल्द अपनी इस गलती को सुधारे ताकि बच्चे कॉलेज प्रवेश के लिए अपने दस्तावेज जमा कर सकें। साथ ही बोर्ड की इस लापरवाही पर कड़ा संज्ञान लेकर दोषी चेयरमैन के साथ बोर्ड के सचिव के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर दंडित किया जाए।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में शिक्षा का बंटाधार करने की पूर्ण रूप से दोषी भाजपा सरकार है। शिक्षा का इतना बुरा हाल पहले कभी भी नहीं देखा गया। भाजपा सरकार में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी का इतना बुरा हाल है कि जहां उनमें मास्टर, प्रोफेसर और प्रिंसिपल के भारी तादाद में पद खाली पड़े हैं वहीं स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय तक नहीं हैं, पीने के पानी की सुविधा नहीं है, बिजली नहीं है और बिल्डिंग जर्र जर्र हालात में है। भाजपा की गलत नीतियों के कारण बच्चे सरकारी स्कूलों में एडमिशन नहीं ले रहे हैं ऐसे में भाजपा सरकार बच्चों की कमी का बहाना लेकर स्कूलों को बंद कर रही है।