पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का यह तीसरा कार्यकाल काफी निराशा से भरा प्रतीत हो रहा है। पहले दो सप्ताह में ही पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। नई सरकार को सत्ता में आए 15 दिन भी नहीं हुए हैं और 2-2 कैबिनेट मिनिस्टर के इस्तीफे की मांग उठ चुकी है।
शिक्षा मंत्री के साथ-साथ रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग
दरअसल, एनडीए सरकार के तीसरे बार सत्ता में आने के साथ ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर कथित तौर पर धांधली के आरोप लगे। पेपर लीक से लेकर ग्रेस मार्क्स और परीक्षा रद्द करने के मामले सामने आए।
वहीं, दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में हुए रेल हादसे ने देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया। एक बार फिर रेल मंत्रालय अश्विनी वैष्णव को सौंपा गया है। उनके पिछले कार्यकाल के दौरान भी बालासोर और आरा रेल हादसा जैसी दुर्घटनायें हुईं थी जिसने रेलवे की सुरक्षा पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा दिया था। एक बार फिर पश्चिम बंगाल में हुए रेल दुर्घटना ने इस सवाल को वापस खड़ा कर दिया है। नीट परीक्षा में धांधली और पेपर लीक को लेकर जहां शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग उठ रही है वहीं रेलवे की सुरक्षा पर लगे प्रश्न चिन्ह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग को हवा दी है। जाहिर तौर पर नई सरकार के लिए यह बेहतर संकेत नहीं हैं।
पश्चिम बंगाल रेल हादसा
सोमवार, 17 जून की सुबह यह दुर्घटना पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में रंगपानी और चटरहाट स्टेशनों के बीच सुबह 8.55 बजे हुई। रिपोर्ट के अनुसार रंगपानी स्टेशन के स्टेशन मास्टर द्वारा दोनों ट्रेनों को मैनुअल मेमो जारी किए गए – सुबह 8.20 बजे (एक्सप्रेस ट्रेन) और 8.35 बजे (माल ट्रेन) के बीच 15 मिनट के अंतर पर – उन्हें लाल सिग्नल पार करने की अनुमति दी गई। लेकिन अगरतला रेलवे स्टेशन से कोलकाता सियालदह रेलवे स्टेशन तक जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस (13174) और एक मालगाड़ी के बीच सीधी टक्कर हो गई। ट्रैक पर खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में लोको पायलट और गार्ड सहित 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
NTA-NEET पेपर लीक और धांधली मामला
देश भर के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए NEET UG का आयोजन 5 मई को किया गया था। परीक्षा में करीब 24 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। हालांकि, कई स्थानों पर छात्र पेपर लीक और समय की हानि के कारण 1563 उम्मीदवारों को अनुग्रह अंक देने जैसी अन्य गड़बड़ियों की रिपोर्टों पर अधिकारियों के खिलाफ हैं। एनटीए ने बाद में ग्रेस मार्क्स वापस लेने और 23 जून को 1563 उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करने का फैसला किया। उसने कहा था कि उनके परिणाम 30 जून को घोषित किए जाएंगे, ताकि 6 जुलाई से काउंसलिंग शुरू हो सके। कोर्ट ने 1563 अभ्यर्थियों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मंजूरी दे दी थी, लेकिन 6 जुलाई से शुरू होने वाली प्रस्तावित काउंसलिंग रोकने से इनकार कर दिया था। मामला फिलहाल कोर्ट में है और मामले की जांच है।