BJP 400 Paar : शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में ‘400 पार’ नारे की वजह से एनडीए दलों को नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने कहा, 400 पार नारे का उद्देश्य 400 से अधिक लोकसभा सीटें जीतना था, लेकिन कुछ क्षेत्रों में इसको लेकर विपक्ष की तरफ से नकारात्मक कहानियां बनायीं गयीं कि संविधान बदल दिया जाएगा। इसलिए ‘400 पार’ का लक्ष्य एनडीए ने रखा है।
मुंबई में मंगलवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने कहा, ”…हमें कुछ जगहों पर नुकसान उठाना पड़ा क्योंकि हमारे खिलाफ झूठी कहानी गढ़ी गई… ‘400 पार’ नारे के कारण लोग हम पर संदेह करने लगे और झूठी कहानियों पर विश्वास करने लगे… इसका उल्टा असर हुआ और 300 का आंकड़ा भी पार नहीं हुआ…जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया है…”
400 पार नारा उल्टा पड़ गया- शिंदे
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि बीजेपी का नारा ‘400 पार’ उल्टा पड़ गया। कई राज्यों में उन्हें बड़ा झटका लगा है। महाराष्ट्र में भी महायुति को उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए शिवसेना प्रमुख ने कहा, “वह पिछले 10 साल से बिना छुट्टी लिए काम कर रहे है. लेकिन क्या हुआ? जो झूठा नैरेटिव सेट किया गया उससे हमें कुछ जगहों पर नुकसान हुआ। महाराष्ट्र में भी हमें नुकसान हुआ. संविधान बदला जाएगा, आरक्षण ख़त्म हो जाएगा… ये चर्चाएं थीं… लेकिन ऐसा कुछ नहीं होने वाला था. लेकिन ‘400 पार’ नारे ने सारी समस्याएं पैदा कर दीं।”
जनता ने सबक सिखाया- कांग्रेस
एकनाथ शिंदे के इस बयान पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “लोगों ने उन्हें उनके सभी दोषों और पापों के लिए सबक सिखाया है। उन्हें अब ‘400 पार’ के बारे में भूल जाना चाहिए। राज्य के किसान आत्महत्या कर रहे हैं, पीने के पानी की कमी है, मजदूरों के पास कोई काम नहीं है और सरकार इस बारे में कुछ नहीं कर रही है…”
अजित पवार, CM शिंदे की वजह से हुआ नुकसान- राउत
वहीँ उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा, ‘…महाराष्ट्र में बीजेपी को जो नुकसान हुआ है, वह अजित पवार और एकनाथ शिंदे की वजह से हुआ है। एकनाथ शिंदे ने पैसे और पुलिस के बल पर 7 सीटें जीती हैं… ‘400 पार’ का नारा नरेंद्र मोदी ने दिया था, क्या उनमें उन्हें जाकर यह बताने की हिम्मत है कि यह नारा गलत था?”
बता दें कि महायुति गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी शामिल है। राज्य में लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा है और वह 48 में से केवल नौ सीटें जीत सकी। जबकि 2019 में 23 निर्वाचन क्षेत्रों में सफलता मिली थी। वही, शिंदे गुट के नेतृत्व वाली शिवसेना को इस बार 7 सीटें और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को सिर्फ एक सीट मिली है। जबकि विपक्षी खेमें में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) के एमवीए गठबंधन को 48 सीटों में से 30 पर जीत मिली है।