Rajasthan MP in Modi Cabinet 3.0: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों में राजस्थान ने भाजपा को बेहद निराश किया है। 25 से सीधे ही 14 सीटें रह गईं। इस बार 11 सीटें कम हो गई, जिसका असर मोदी सरकार 3.0 के मंत्रिमंडल में भी देखने को मिल सकता है। मतलब मोदी मंत्रिमंडल 2024 में राजस्थान का कद घटना तय माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को 292 सीटें मिली हैं, जिनमें खुद भाजपा की 240 सीट हैं। ऐसे में अबकी देश में एनडीए सरकार बनने जा रही है। 9 जून की शाम छह बजे नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल को लेकर भी चिंतन हो रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अबकी बार राजस्थान से मंत्री कम बनाए जाएंगे। इसकी वजह सीटों की संख्या कम होना मानी जा रही है। सियासी कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में तीन राजपूत सांसदों में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। बीकानेर सांसद अर्जुनराम मेघवाल व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव रिपीट किए जा सकते हैं।
इसलिए भी कम होगी मंत्रियों की संख्या पिछली मोदी सरकार में अर्जुनराम मेघवाल, भूपेंद्र यादव, कैलाश चौधरी, गजेंद्र सिंह शेखावत को मंत्री व ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया था। कैलाश चौधरी तो बाड़मेर से चुनाव हार गए।
इन नेताओं के मंत्री बनने की वजह राजस्थान से दो-तीन नेता ही मंत्री बन सकते हैं। इस बार ज्यादा का स्कोप नहीं है। इसकी वजह सीटें कम होने के अलावा यह भी है कि भाजपा को गठबंधन सहयोगियों को भी उनकी डिमांड के हिसाब से मंत्री पद देने पड़ेंगे।
अर्जुनराम मेघवाल, चौथी बार बने बीकानेर सांसद (Arjun Ram Meghwal BJP MP Bikaner) मोदी सरकार 2024 में राजस्थान से मंत्री बन सकने वालों में सबसे मजबूत दावा अर्जुनराम मेघवाल को माना जा रहा है। राजस्थान बड़े दलित चेहरा अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर से लगातार चौथी बार जीते हैं।
पूर्व की मोदी सरकार में भी अर्जुनराम मेघवाल मंत्री बन चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी तक इनकी सीधी पहुंच मानी जाती है। साफ छवि और लो प्रोफाइल होने की वजह से अंदरूनी सियासी विरोध भी कम है। इनके जरिए दलित वोटरों पर वापस पकड़ बनाने की भी कोशिश।
भूपेंद्र यादव, पहले राज्यसभा अब लोकसभा सांसद (Bhupender Yadav BJP MP Alwar)
भूपेंद्र यादव राजस्थान के बड़े यादव चेहरा है। पहले राज्यसभा सदस्य रहे। मोदी सरकार में मंत्री बने और अब अलवर लोकसभा चुनाव जीतकर पहली बार सांसद बने हैं। भूपेंद्र यादव पीएम मोदी व अमित शाह के करीबी नेताओं में से एक हैं। इन्हें मंत्री बनाए जा सकने की एक वजह यह भी है कि इसी साल हरियाणा विधानसभा चुनाव होने हैं। अलवर संसदीय क्षेत्र हरियाणा से लगता हुआ है। भूपेंद्र यादव के जरिए हरियाणा के यादवों को भी साधा जा सकता है। इनको मंत्री बनाकर एक साथ दो स्टेट राजस्थान-हरियाणा में सियासी मैसेज दिया जा सकता है।
गजेंद्र सिंह ने जोधपुर में बनाई जीत की हैट्रिक
गजेंद्र सिंह शेखावत भी मोदी सरकार 2024 में मंत्री पद के दावेदारों की दौड़ में हैं। इनको जातीय समीकरण साधने के लिए मंत्री बनाया जा सकता है। पीएम मोदी व अमित शाह के करीबी गजेंद्र सिंह शेखावत अपने क्षेत्र जोधपुर की वजह से भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती इलाकों में भी अच्छी पकड़ रखते हैं। मजबूत राजपूत नेता गजेंद्र सिंह शेखावत के जरिए मारवाड़ में सियासी समीकरण साधे जा सकते हैं। यह भी कहा जा रहा कि अगर गजेंद्र सिंह शेखावत रिपीट नहीं किए जाते हैं तो राव राजेंद्र सिंह, महिमा कुमारी मेवाड़ में से एक का मंत्री बनना लगभग तय है।