-संजय टंडन ने प्रचार थमने से पहले तथ्यों का पिटारा खोल मनीष तिवारी पर किया हमला
-तिवारी की हालत पल्ले नी धेल्ला करदी मेला मेला जैसी
-जो कांग्रेस कभी 400 पार हुआ करती थी,वो इस बार 300 सीटों पर चुनाव तक नहीं लड़ रही-टंडन
-केजरीवाल की तरह मनीष तिवारी भी माफी एक्सपर्ट
चंडीगढ़। भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन ने चुनाव प्रचार थमने से चंद घंटे पहले कांग्रेस और आप प्रत्याशी मनीष तिवारी पर हमला बोल तथ्यों के साथ घेरा।उन्होंने कहा कि भाजपा अभूतपूर्व जीत की ओर आगे बढ़ रही है,जबकि कांग्रेस के पास ना नेता है, ना नीति है और ना ही इनकी नीयत साफ है।जो कांग्रेस कभी 400 पार थी,आज उस पार्टी की हालत इतनी बदतर है कि वह 300 सीटों पर चुनाव भी नहीं लड़ रही।गुरुवार को प्रेस वार्ता में टंडन ने पंजाबी की कहावत का इस्तेमाल मनीष तिवारी पर करते हुए कहा कि उनकी हालत पल्ले नी धेला,करदी है मेला मेला…जैसी होकर रह गई है। टंड़न ने इस मौके पर पिछले 10 साल में भाजपा सरकार द्वारा चंडीगढ़ में कराए गए 56 प्रमुख कार्यों का पूरा खाका मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि अगर मनीष तिवारी को यह कार्य नहीं दिख रहे हैं तो उनके टूर प्रोग्राम को भाजपा तैयार करके देगी,ताकि तिवारी को वह काम नजर आ जाए,जो उन्हें दिखाई नहीं दे रहे।
उन्होंने कहा कि अपनी ही पार्टी का मजाक उड़ाने वाले मनीष तिवारी जब अपने चुनाव प्रचार अभियान में अपने ही नेता का फोटो नहीं लगाते और उनके नेता चुनाव में प्रचार करने क्यों नहीं आते ? इस तरह के अनगिनत सवाल हैं जो मनीष तिवारी को एक्स (ट्वीट) पर ही दे देने चाहिए,क्योंकि उन्हें जनता की बजाए ट्टीट ट्वीट खेलने की आदत है,जबकि मैं पब्लिक के बीच का आदमी हूं और पिछले 50 दिनों के प्रचार अभियान में कम से कम 25 से 30 किलोमीटर प्रतिदिन पैदल चल रहा हूं। पैरों में छाले पड़ गए हैं। तिवारी कभी काम तो करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि तिवारी जी यह चंडीगढ़ है,यहां ना एमएलए है ना मुख्यमंत्री है। यहां पब्लिक काम के लिए सीधे सांसद तो पकड़ने पहुंचती है। उन्होंने व्यंग्यात्मक शैली में कहा कि तिवारी जी भाई साहब अब आप बताओ कि पब्लिक आपको पकड़ने कहां जाएंगी,चंडीगढ़ वासियों के साथ मेरे इस सवाल का आपको जवाब देना चाहिए। लुधियाना और आनंदपुर साहिब की तरह पालिटिकल टूरिस्ट बनके काम नहीं चल सकता। आपकी इस आदत को चंडीगढ़ की जनता बेहतर ढंग से जानती है,इसलिए आपको कोई भी चंडीगढ़ का नागरिक वोट दे कर खुशी महसूस नहीं करेगा।
टंडन ने कहा कि तिवारी अपनी बौखलाहट एक्स (पूर्व में ट्वीटर) पर निकालते है,वे 40 साल बाद चंडीगढ़ में आए हैं। एक बार धरातल पर तो उतरें।उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी के ऊपर स्टेटस हावी है,जबकि हम सेवक की तरह काम करने में विश्वास रखते हैं।उन्होंने तिवारी की खिंचाई करते हुए कहा कि एक चैनल पर अपने इंटरव्यू को भी उन्होंने सोशल मीडिया पर स्टेटस मैटर के रुप में उल्लेख किया,जबकि उनका स्टेटस क्या है,इसका जवाब चंडीगढ़ की जनता एक जून को देगी। टंडन ने कहा कि मनीष तिवारी पहले अनाप शनाप आरोप लगाते हैं फिर माफी मांग कर बचने का प्रयास करते हैं,इसी वजह से उन्होंने तिवारी को देश का दूसरा केजरीवाल कहते हुए माफी एक्सपर्ट की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि मनीष तिवारी ने भाजपा के दिग्गज और ईमानदार नेता नितिन गडकरी और समाजसेवी अन्ना हजारों पर भी आरोप लगा चुके हैं,लेकिन जब इन्होंने कानूनी कार्रवाई की तो माफी मांग ली।
टंडन ने कहा कि मेरी सलाह है कि मनीष तिवारी इस तरह न करें कि चुनाव के बाद आंख मिलाना भी मुश्किल हो जाए उन्हें,क्योंकि चंडीगढ़ से बुरी हार होते देख वे इतनी बौखलाहट में है कि मेरे मेरे स्वर्गीय पिता जी के बारे में भी गलत शब्द इस्तेमाल करते हैं।इसी लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एक दिन पहले चंडीगढ़ के दौरे पर यह कह चुके हैं कि मैं तो मनीष तिवारी साथ बात करने के लिए एक पार्षद तक ना भेजूं। टंडन ने कहा कि हमने तो पिछले सालों में अपना रवैया दिखाया है और हमेशा चंडीगढ़ की जनता के लिए उपलब्ध रहा हूं।
अब मनीष तिवारी जवाब दें कि आप 40 साल में कितनी बार चंडीगढ़ आए ? चंडीगढ़ वासी यह जानना चाहते है। श्री आनंदपुर साहिब आखिरी बार कब गए थे,वहां क्या क्या काम किए ? गुमशुदा की तलाश के पोस्टर जब लगे, तब कहां थे तिवारी ? लुधियाना में अपना वोटर कार्ड क्यों बनवाया हुआ है ? आपने कोविड में क्या सेवा कार्य किए थे ? यह सभी सवाल मनीष तिवारी से किए। इस मौके पर भाजपा के पूर्व मेयर रविकांत शर्मा,प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह बबला,मुख्य प्रवक्ता डा.धीरेंद्र सिंह तायल,गुरप्रीत सिंह ढिल्लो, भाजपा मीडिया प्रभारी संजीव राणा, पूर्व जिलाध्यक्ष रविंदर पठानिया उपस्थित रहे।