ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया स्वास्थ्य संबंधी टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. एक सार्वजनिक सभा में पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि सीएम पटनायक का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है और इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित करने का प्रस्ताव रखा.
मुख्यमंत्री पटनायक ने अपने बयान में निराशा व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री की टिप्पणी का सीधे तौर पर जवाब दिया. उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री ने एक सार्वजनिक सभा में कहा है कि मेरी तबीयत खराब है और वह इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाना चाहते हैं. अगर वह इतने चिंतित थे और उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि मैं उनका अच्छा दोस्त हूं, तो उन्हें बस फोन उठाकर मुझसे मेरी तबीयत के बारे में पूछ लेना चाहिए था.
मेरे स्वास्थ्य के बारे में फैलाई जा रही है अफवाहें
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि पिछले दस वर्षों से उनके स्वास्थ्य के बारे में अफवाहें फैल रही हैं, जो मुख्य रूप से भाजपा के कुछ व्यक्तियों द्वारा फैलाई जा रही हैं. उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि भाजपा के कई लोग पिछले दस वर्षों से मेरे स्वास्थ्य के बारे में यह अफवाह फैला रहे हैं. मैं प्रधानमंत्री को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं.”
ओडिशा के मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि यदि कोई समिति बनाई जाए, तो वह उन लोगों की भूमिका की जांच करें, जो झूठी अफवाहें फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री को एक समिति बनानी है, तो समिति को उन लोगों की भूमिका की जांच करनी चाहिए जो मेरे स्वास्थ्य के बारे में अफवाहें फैला रहे हैं.
झलकती है भाजपा की निराशा
सीएम पटनायक की प्रतिक्रिया उनके स्वास्थ्य के बारे में फैल रही निरंतर अफवाहों के प्रति उनकी निराशा को दर्शाती है और ओडिशा को प्रभावी ढंग से नेतृत्व करने की उनकी क्षमता को रेखांकित करती है. यह बयान राज्य में आगामी चुनावों के मद्देनजर बीजद और भाजपा के बीच राजनीतिक तनाव को भी उजागर करता है.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा से चुनाव प्रचार करते हुए नवीन पटनायक के स्वास्थ्य के प्रति चिंता जताई थी. ओडिशा के मुख्यमंत्री ने पीएम की चिंता का जवाब देते हुए इसे झूठी अफवाह करार देते हुए कहा कि इस तरह की अफवाहें बीजेपी की ओर से फैलाई जाती है.