नई दिल्ली/टीम डिजिटल। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी को हराने के लिए काम किया।
राउत के दावे पर भाजपा और नागपुर से कांग्रेस उम्मीदवार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राउत ने आरोप लगाया कि फडणवीस को जब एहसास हुआ कि नागपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे गडकरी को नहीं हराया जा सकता, तो उन्होंने उनके लिए अनिच्छा से प्रचार किया।
नागपुर भाजपा के दोनों नेताओं का गृहनगर है। उन्होंने लिखा, “मोदी, शाह और फड़नवीस ने नागपुर में गडकरी की हार के लिए काम किया। उन्होंने पार्टी के मुखपत्र “सामना” में एक लेख में लिखा, “मोदी, शाह और फडणवीस ने नागपुर में गडकरी की हार के लिए काम किया। जब फडणवीस को एहसास हुआ कि उन्हें हराया नहीं जा सकता, तो वे अनिच्छा से गडकरी के लिए अभियान में शामिल हुए। नागपुर में आरएसएस के लोग खुलेआम कह रहे हैं कि फडणवीस ने गड़करी को हराने में विपक्ष की मदद की।”
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल से 20 मई तक पांच चरण में मतदान हुआ। उन्होंने कहा, “भाजपा एक पार्टी नहीं बल्कि एक परिवार है। जिन लोगों ने हमेशा गुटबाजी की राजनीति की है, वे पारिवारिक बंधनों को कभी नहीं समझ पाएंगे। मोदी, शाह, योगी आदित्यनाथ, गडकरी और फडणवीस भाजपा के परिवार का हिस्सा हैं। हम हमेशा पहले राष्ट्र, फिर पार्टी और सबसे बाद में स्वयं के सिद्धांत पर काम करते हैं।”
नागपुर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार विकास ठाकरे ने कहा कि राउत ने अतीत में गडकरी की प्रशंसा की थी और उन्होंने अपने लेख में दावा किया है कि भाजपा नेता लोकसभा चुनाव जीतेंगे, इसलिए फडणवीस ने उनके लिए अनिच्छा से प्रचार किया। ठाकरे ने कहा, “उन्हें (राउत) कैसे पता है कि गडकरी जी चुनाव जीत रहे हैं? क्या वह कोई ज्योतिषी हैं? जब वह महा विकास आघाड़ी (एमवीए) का हिस्सा हैं, तो उन्हें गडकरी के प्रति प्यार को अपने घर तक रखना चाहिए।”
उन्होंने कहा, ”खुलेआम गडकरी के पक्ष में लिखकर शिवसेना (यूबीटी) नेता एमवीए को नुकसान पहुंचा रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हम कई वर्षों से भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं, और हमें राउत जी से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। उन्हें लेख लिखने से पहले नागपुर की स्थिति को समझना चाहिए था। एमवीए के एक नेता के रूप में, उन्हें ऐसे बयान नहीं देने चाहिए।”
शिवसेना (यूबीटी) नेता राउत ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हर निर्वाचन क्षेत्र में 25-30 करोड़ रुपये बांटे और उनकी मशीनरी ने अजित पवार के नेतृत्व वाले राकांपा के उम्मीदवारों को हराने के लिए काम किया। राउत पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “उन्हें ये आरोप लगाने में इतने दिन क्यों लगे? हम सभी राजग का हिस्सा हैं। मैं मुंबई में नाला सफाई अभियान में व्यस्त हूं। जिन लोगों ने सड़क मरम्मत कार्य और सफाई के नाम पर भारी रकम हड़प ली, उन्हें हमें सिखाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। मुझे पता है कि उन्होंने (अविभाजित शिवसेना नियंत्रित बीएमसी) मुंबई में विभिन्न कार्य करने की आड़ में क्या किया।”