कैमूर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बिहार में कैमूर जिले के जगजीवन मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी और लालू यादव पर जमकर हमला बोला।
अमित शाह ने कहा कि लालू जी केवल बोल रहे हैं सामाजिक न्याय, लेकिन कर्पूरी ठाकुर को कभी भारत रत्न देने का सिफारिश नहीं किया। मुझे आज कहते हुए गर्व हो रहा है कि नरेन्द्र मोदी जी ने कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न देकर सभी पिछड़ों का सम्मान करने का काम किया। ‘लालू यादव ऐसी पार्टी की शरण में गए हैं, जो पिछड़ा विरोधी’ अमित शाह ने कहा कि अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए लालू यादव ऐसी पार्टी की शरण में गए हैं, जो पिछड़ा विरोधी है। पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी ने पिछड़ा और दलित समाज का विरोध करने का काम किया है।
मंडल कमीशन को भी रोकने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया। राहुल बाबा और लालू जी कहते हैं कि हम मुसलमान को आरक्षण देंगे, यह आरक्षण कहां से आएगा। किसका हिस्सा काट कर दोंगे। लालू जी मैं बता रहा हूं कर्नाटक, बंगाल में मुस्लिम आरक्षण दिया गया तो वहां एससी, एसटी और ओबीसी पिछड़ा समाज का काट कर दिया।
मैं स्पष्ट कह कर जाता हूं जब तक देश की पार्लियामेंट में एक भी सांसद रहेगा एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण को हम नहीं हटने देंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि पाकिस्तान के पास एटम बम है, उससे PoK मत मांगों। मैं आज यहां से राहुल गांधी को कहना चाहता हूं PoK भारत का है रहेगा और हम उसको लेकर रहेंगे। ‘अगर घमंडिया गठबंधन जीतेगा तो…’ केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि गरीब कल्याण के लिए कांग्रेस सरकार का बजट 41000 करोड़ था नरेंद्र मोदी जी ने इस बजट को बढ़ाकर 1 लाख 65000 करोड़ करने का काम किया है।
मोदी जी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। अगर घमंडिया गठबंधन जीतेगा तो उसका प्रधानमंत्री कौन बनेगा? ममता बनर्जी, स्टालिन, लालू जी और अंत एक नाम बोलता हूं हंसना मत.. राहुल बाबा बन सकते हैं क्या?
कोई नहीं बन सकता तो क्यों मचल रहे हो। जब पत्रकारों ने पूछा आपका प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी कौन है? तो उन्होंने कहा बारी-बारी एक-एक साल हम लोग बना लेंगे। अगर इनकी सरकार बनेगी तो पाकिस्तान को जवाब दे सकती है।
सिर्फ मोदी ही जवाब दे सकते हैं। मैं पूरब, पश्चिम, उत्तर ,दक्षिण जहां गया वहां से मोदी की आवाज आई। उन्होंने कहा कि लालू जी 10 साल तक आपकी सरकार चली, सोनिया गांधी की सरकार चली बिहार को कुछ नहीं मिला, सिर्फ 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए ही दिए गए। जबकि नरेंद्र मोदी सरकार ने 14 लाख 23 हजार करोड़ रुपए बिहार को देने का काम किया है। घर-घर शौचालय, लोगों के घरों में 5 किलो अनाज देने का काम हमारी सरकार ने किया।