– परेड का निरीक्षण वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने किया
– चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ मार्मिक विदाई धुन पर थिरके प्रशिक्षु
नई दिल्ली, 26 मई (हि.स.)। केरल के एझिमाला में भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए) से ‘स्प्रिंग टर्म’ में 216 प्रशिक्षु पास आउट हुए हैं।
इनमें 34 महिला और मित्र देशों के 10 प्रशिक्षु हैं। मिड शिपमैन पिनिंटला प्रदीप कुमार रेड्डी को मेरिट के सभी क्रम में प्रथम स्थान हासिल करने लिए ‘राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक’ मिला। पासिंग आउट परेड में सफल प्रशिक्षुओं ने चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ पारंपरिक और मार्मिक विदाई धुन पर अंतिम चरण की सलामी देते हुए धीमी गति से मार्च किया।
भारतीय नौसेना अकादमी में शनिवार को 106वें भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम, 36 और 37 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (विस्तारित), 38 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (नियमित) और 39 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (तटरक्षक एवं विदेशी) के पासिंग आउट परेड (पीओपी) का आयोजन किया गया। परेड का निरीक्षण वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने किया। इन पाठ्यक्रमों को 34 महिला प्रशिक्षुओं और मित्र देशों के 10 प्रशिक्षुओं सहित 216 प्रशिक्षुओं ने अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण किया।
पासिंग आउट परेड में मिडशिपमैन पिनिंटला प्रदीप कुमार रेड्डी को मेरिट के सभी क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने लिए ‘राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक’ से सम्मानित किया गया। इसी तरह बीटेक कोर्स के लिए रजत पदक मिड शिपमैन मोहम्मद समीर को, बीटेक कोर्स के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण कांस्य पदक मिडशिपमैन राहुल दर्शन सिंह शोरन को, एनओसी (विस्तारित) के लिए स्वर्ण पदक कैडेट संधिता पटनायक को एनओसी (विस्तारित) के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण रजत पदक कैडेट शौर्य जामवाल को दिया गया।
इसी तरह कमांडेंट, एनओसी (विस्तारित) के लिए आईएनए कांस्य पदक कैडेट सलोनी के सिंह को, एनओसी (पंजीकृत) के लिए सीएनएस द्वारा स्थापित स्वर्ण पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर महिला कैडेट कैडेट जाह्नवी सिंह को, एनओसी (पंजीकृत) के लिए कमांडेंट रजत पदक कैडेट सहाना एमके को, महानिदेशक तटरक्षक सर्वश्रेष्ठ सहायक कमांडेंट सहायक कमांडेंट आदित्य ओझा को दिया गया। फाइटर स्क्वाड्रन ने प्रतिष्ठित चैंपियन स्क्वाड्रन बैनर प्राप्त किया।
सफल प्रशिक्षुओं ने अकादमी के क्वार्टरडेक से अपनी चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ, पारंपरिक और मार्मिक विदाई धुन पर अंतिम चरण की सलामी देते हुए धीमी गति से मार्च किया। वायु सेना प्रमुख ने पासिंग आउट प्रशिक्षुओं, पदक विजेताओं और चैंपियन स्क्वाड्रन को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने देश की रक्षा के लिए इस पेशे को चुनने और प्रोत्साहित करने के लिए उनके माता-पिता के निर्णय की सराहना की। परेड के बाद पासिंग आउट प्रशिक्षुओं को पट्टियां प्रदान की गईं, जो नौसेना में उनके कमीशनिंग का प्रतीक है।
अब ये अधिकारी विशेष क्षेत्रों में अपने प्रशिक्षण को और मजबूत करने के लिए विभिन्न नौसेना जहाजों और प्रतिष्ठानों में जाएंगे। नए कमीशन अधिकारियों पर राष्ट्र की बड़ी जिम्मेदारी है, जो कर्तव्य, सम्मान और साहसी मूल्यों से ओतप्रोत, युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार भारतीय नौसेना की प्रतिष्ठा को निरंतर कायम रखने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पीओपी में दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास और आईएनए के कमांडेंट वाइस एडमिरल विनीत मैककार्टी ने भी हिस्सा लिया।