लोकसभा चुनाव के छठे चरण की वोटिंग से पहले पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को एक बार फिर से निशाने पर लिया। उन्होंने दक्षिण 24 परगना जिले के मथुरापुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कि बीजेपी चुनाव में अपनी होने वाली हार से अब डर गई है। पीएम मोदी के खुद को भगवान पुत्र कहे जाने के बयान पर भी सीएम ममता ने निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि क्या भगवान किसी को दंगा और झूठ फैलाने के लिए भेजता है?
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले सुंदरबन क्षेत्र के मथुरापुर में एक लोकसभा चुनाव रैली को संबोधित किया। मंच से सीएम ने पीएम मोदी का नाम लिए बिना कहा की वो (पीएम मोदी) अब खुद को भगवान का पुत्र कह रहे हैं। सीएम ने कहा, “उनका (पीएम मोदी) दावा है कि हमारी तरह उसके जैविक माता-पिता नहीं हैं। वह कहता है कि उसे भगवान ने भेजा है। मैं पूछती हूं, क्या भगवान किसी को दंगे कराने या विज्ञापनों के जरिए झूठ फैलाने या एनआरसी के नाम पर लोगों को जेल भेजने के लिए भेजता है?”
मंच से सीएम ममता ने पीएम मोदी से कई सवाल किए। उन्होंने कहा, “क्या भगवान सीएए के नाम पर गुंडागर्दी को प्रायोजित करने या 100 दिन के काम के लिए धन रोकने या ग्रामीण घरों को बनने से रोकने के लिए अपना दूत भेजता है? क्या भगवान लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये जमा करने के अपने वादे से पीछे हट रहे हैं? भगवान ऐसी चीजें नहीं कर सकते।” दरअसल, एक इंटरव्यू में पीएम मोदी अपने निजी जीवन के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि जब तक उनकी मां जीवित थीं, वे ये सोचते थे कि उनका जन्म जैविक से हुए था। लेकिन जब मां का निधन हो गया तो एक अलग अनुभव होने लगा। पीएम ने इंटरव्यू में कहा, “मैं अपने पुराने अनुभवों को याद करता हूं तो पता चलता है कि मुझे भगवान ने भेजा था। ये ताकत मेरे शरीर से नहीं है, यह मुझे भगवान ने दिया है। इसीलिए भगवान ने मुझे ऐसा करने की योग्यता, शक्ति, पवित्रता और प्रेरणा भी दी। मैं और कुछ नहीं बल्कि एक निमित्त मात्र हूं जिसे भगवान ने भेजा है।”