Fact- Check: लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक दलों के नेताओं की तीखी बयानबाजी का दौर तेज हो चुका है। इस बीच कांग्रेस को उसकी खुद की ही पिच पर घेरने का प्रयास बीजेपी कर रही है। चुनावी मौसम के बीच राजनीतिक दलों को लेकर कई तरह की बयानबाजी भी सामने आ रही है।
वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि अमेठी के विकास में देरी के लिए कांग्रेस दिग्गज प्रियंका गांधी ने पूर्व पीएम व अपने ही पिता राजीव गांधी को निशाने पर लिया। वायरल वीडियो में किया गया ये दावा कितना सच है, इसकी पड़ताल करने करने पर हकीकत सामने आई है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो एक्स हैंडल ‘पॉलिटिक्स पे चर्चा’ के द्वारा पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा था कि “कांग्रेस तब भी कुछ नहीं करती थी, अब भी कुछ नहीं करती है।” वायरल वीडियो में प्रियंका गांधी वाड्रा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि “मैंने इंदिरा जी को देखा है, मैंने राजीव जी को देखा है… एक समय था जब मैं राजीव जी के साथ गांव जाती थी… उनके अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में उनको गांव वालों से डांट पड़ती थी, गांव वाले उन्हें डांटते थे कि भाई राजीव तुमने हमारी सड़क नहीं बनाई…।”
वनइंडिया की ओर किए गए फैक्ट चेक में ये पाया गया कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने ये भाषण 2 मई 2024 को छत्तीसगढ़ के चिरमिरी में दिया था। वह कोरबा लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार ज्योत्सना महंत के लिए प्रचार कर रही थीं और अपने भाषण के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना की।
कांट- छांटकर पेश किया मूल वीडियो ये वीडियो
प्रियंका गांधी के मूल वीडियो को काट-छांटकर पेश किया गया है। मूल संबोधन में जिसमें प्रियंका गांधी वाड्रा इस बात पर बोल रही थीं कि कैसे मतदाता पहले नेताओं को जवाबदेह ठहराते थे, इसके साथ ही उन्होंने इसकी तुलना वर्तमान ने की। मूल संबोधन में उन्होंने आरोप लगाया कि नेता धर्म के नाम पर लोगों को भड़काते हैं और वोट मांगते हैं।
वायरल वीडियो को लेकर दावा फर्जी
फैक्ट चेक में पाया गया कि वायरल वीडियो को काट-छांट कर पेश किया गया है और इसमें प्रियंका गांधी वाड्रा के भाषण का पूरा संदर्भ छोड़ दिया गया है, जिसमें उन्होंने राजीव गांधी का उदाहरण देते हुए बताया है कि कैसे उस समय मतदाता आज की तुलना में अधिक जागरूक थे, साथ ही उन्होंने कहा कि आजकल के नेता धर्म के नाम पर लोगों को भड़काते हैं। ऐसे में वायरल वीडियो को लेकर किया गया दावा फर्जी है। प्रियंका गांधी ने पुराने समय और वर्तमान वोटर्स के रिएक्शन की तुलना की थी, ना कि अमेठी के विकास के लिए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को जिम्मेदार ठहराया था।