मुंबई : अपने बेहतरीन बल्लेबाजी से दुनिया के दिलो-दिमाग पर छाने वाले सचिन तेंदुलकर आज 43वां जन्मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट में भगवान का दर्जा पा चुके सचिन का जन्म 24 अप्रैल, 1973 में मुंबई में हुआ था।
मराठी कवि रमेश तेंदुलकर से घर जन्मे सचिन को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। उनके इसी शौक ने बाद में उन्हें दुनिया भर में कभी न मिटने वाली पहचान दिलाई। सचिन ने भारत के लिए अपना पहला मैच चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ 15 नवंबर, 1989 को खेला था।
सचिन अपने पहले मैच में कुछ खास नहीं कर पाए थे और टेस्ट मैच की पहली पारी में महज 15 रन पर आउट हो गए थे। दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।
लेकिन सचिन ने 23 नवंबर, 1989 को फैसलाबाद में खेले गए अपने दूसरे टेस्ट मैच में 59 रन की पारी खेल विश्व क्रिकेट को भविष्य की झलक दिखा दी थी। सचिन की इस पारी के बाद पाकिस्तान के कप्तान इमरान खान भी उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाए थे।
सचिन इस पारी के बाद अपने बल्ले से रन बनाते चले गए और उन्होंने रनों का ऐसा पहाड़ खड़ा किया जिसे भेदना लगभग असंभव सा है। सचिन विश्व के ऐसे पहले खिलाड़ी हैं जिनके नाम 200 टेस्ट मैच खेलना का रिकॉर्ड है।
सचिन ने 200 टेस्ट मैचों की 329 पारियों में 53.48 की औसत से 15,921 रन बनाए जिसमें उनका सवश्रेष्ठ 248 रन है। टेस्ट में उनके नाम 68 अर्धशतक और 51 शतक दर्ज हैं।
वनडे में भी उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं। 18 दिसंबर 1989 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला। वह इस मैच में शून्य पर आउट हुए थे।
वनडे में पहला दोहरा शतक लगाने वाले सचिन को अपने पहले वनडे शतक के लिए 78 पारियों का इंतजार करना पड़ा था। अन्होंने अपने 79वें मैच में कोलंबों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नौ सिंतबर, 1994 में खेले गए मैच में अपना पहला शतक जड़ा था। उन्होंने इस मैच में 130 गेंदों में 110 रनों की पारी खेली थी।
इसके बाद सचिन ने अपने करियर शतकों की झड़ी लगा दी। सचिन ने 463 वनडे मैचों की 452 पारियों में 44.83 की औसत से 18,426 रन बनाए हैं। वनडे में उनके नाम 96 अर्धशतक और 49 शतक दर्ज हैं।
सचिन पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम 100 शतक दर्ज हैं। मैदान के बाहर भी सचिन ने एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो उनसे पहले किसी खिलाड़ी के नाम नहीं था। वह देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
1998 में सचिन ने अपने जन्मदिन पर ऐसी पारी खेली थी जिसे पूरी दुनिया कभी भूला नहीं सकती। सचिन ने 24 अप्रैल 1998 को शरजाह में खेले गए कोका कोला कप के फाइनल में 131 गेंदों में 134 रनों की पारी खेल टीम को जीत दिलाई थी।
अपने जन्मदिवस पर सचिन द्वारा खेली गई यह इकलौती पारी है। इससे पहले और ना ही इसके बाद सचिन ने अपने जन्मदिवस पर कोई वनडे मैच खेला।
सचिन ने 24 साल के करियर के बाद 2013 में क्रिकेट को अलविद कह दिया था। मुम्बई ने अपने करियर के 200वें टेस्ट के साथ सचिन ने क्रिकेट से विदा लिया था लेकिन वह आज भी किसी न किसी रूप में क्रिकेट से जुड़े हुए हैं।सचिन की दिवानगी सिर्फ भारत में ही नहीं पूरे विश्व में फैली हुई है। उनकी रोचक और प्रेरणादायक कहानी उनके प्रशंसकों को जल्द ही 70 एमएम के पर्दे पर दिखेगी।
सचिन के जीवन पर आधारित इस फिल्म का निर्देशन हॉलीवुड के जाने माने निर्देशक जेम्स एस्क्राइन कर रहे हैं। सचिन के प्रशंसकों के लिए सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि सचिन इस फिल्म में खुद अभिनय करते नजर आएंगे। भारत के अलावा पूरी दुनिया उनकी फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रही है।