दिल्ली के कथित शराब घोटाला केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद केजरीवाल ने शीर्ष अदालत में कहा है कि उनकी गिरफ्तारी एक उत्कृष्ट मामला है कि कैसे सत्तारूढ़ पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अपने सबसे बड़े राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी- आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं को कुचलने के लिए ईडी और पीएमएलए का दुरुपयोग किया है।
केजरीवाल ने कहा कि ईडी ने जिन चार गवाहों के बयान के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया है, उनका भाजपा से संबंध है। इसी के साथ केजरीवाल ने कहा, “चुनावी चक्र के दौरान जब राजनीतिक गतिविधि अपने उच्चतम स्तर पर होती है, याचिकाकर्ता (केजरीवाल) की अवैध गिरफ्तारी से याचिकाकर्ता के राजनीतिक दल पर गंभीर पूर्वाग्रह पैदा हो गया है और केंद्र में सत्तारूढ़ दल को मौजूदा चुनावों में अन्यायपूर्ण बढ़त मिलेगी।”
ED के हलफनामे पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात का कोई सबूत मौजूद नहीं है कि आम आदमी पार्टी ने दक्षिण के किसी समूह से फंड या रिश्वत ली हो। उन्होंने आगे कहा कि गोवा के चुनाव अभियान में इस धन का उपयोग करना दूर की बात है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी के पास एक भी रुपया नहीं आया और उन पर बिना किसी ठोस सबूत के आरोप लगाए गए हैं। दिल्ली के सीएम ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।
ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में अपने हलफनामे में कहा कि केजरीवाल ने अपने आचरण से जांच अधिकारी को यह विश्वास दिलाया कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के दोषी हैं। आपको बता दें कि केजरीवाल को दिल्ली की शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। मामले में केजरीवाल को अब तक कोई कानूनी राहत नहीं मिली है।