चंडीगढ़।
हरियाणा पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट की बैठक आयोजित।
विभाग के मंत्री बनवारी लाल ने की अध्यक्षता।
विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों ने की शिरकत।
बैठक के बाद मंत्री बनवारी लाल ने दी जानकारी।
अगले 1 महीने में हरियाणा की सभी सड़कों में जो गड्ढे हैं उन्हें बंद कर दिया जाएगा।
सड़कों में गड्ढे के चलते एक्सीडेंट होते हैं, जिनमें जान माल का नुकसान होता है।
1 महीने में काम करके अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
जो काम आचार संहिता लगने से पहले आवंटित कर चुके है। उनके कामों में तेजी लाने के साथ गुणवत्ता पर जोर देने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए हैं।
जहां-जहां सड़क निर्माण में घटिया सामग्री की शिकायत आती है। वहां पर सैंपल लेकर उनका समाधान किया जाए।
जरूरत पड़ने पर थर्ड पार्टी सैंपल भी भरवा जाए।
आदर्श आचार संहिता लगने से पहले जो काम अलॉट हो गए हैं, उनमें कोई दिक्कत नहीं होगी।
लेकिन जो टेंडर नहीं खुले हैं, उनकी कागजी कार्रवाई में तेजी लाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
ताकि आदर्श आचार संहिता के हटते ही इन कामों को शुरू किया जा सके।
अधिकारियों को जो नए काम शुरू होने हैं उनकी योजनाएं बनाने और संबंधित जरूरी औपचारिकताएं पूरे करने को भी कहा है।
आचार संहिता लगते ही उन्हें शुरू करवाया जाएगा।
साथ ही अधिकारियों को प्रदेश की सभी सड़कों का सर्वे करने को भी कहा है।
लोकसभा चुनाव को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री बनवारी लाल का बयान।
बीजेपी एक संगठनात्मक पार्टी है जिसका कार्यकर्ता सारा साल मैदान में रहता है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को कोई दिक्कत नहीं होने वाली है।
प्रदेश की सभी 10 सीटों को भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर जीतेगी।
बाकी पार्टियों की चुनावी तैयारी के मुकाबले भाजपा बहुत आगे है।
हरियाणा में पिछले 10 साल में कांग्रेस अपना संगठन भी नहीं बना सकी।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से दूसरी पार्टियों के नेताओं को प्रत्याशी बनाए जाने पर मंत्री बनवारी लाल की प्रतिक्रिया।
चुनाव जीतने के लिए सभी पार्टियों अच्छे प्रत्याशियों को ही टिकट देती है और चुनाव के वक्त आना जाना लगा रहता है।
प्रदेश सरकार या केंद्र सरकार के खिलाफ देश में कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 साल के कार्यकाल में ऐतिहासिक जनकल्याण के कार्य किए हैं।
गरीबों तक सरकारी सुविधाओं का फायदा पहुंचा है।
हरियाणा में सरकार अंत्योदय की भावना से कम कर रही है। हरियाणा में नौकरियों में पारदर्शिता भर्तियां की गई।
हरियाणा में सरकार के खिलाफ कोई एंटी इनकंबेंसी नहीं दिखाई दे रही।