चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राजनीति सेवा का एक बहुत बड़ा माध्यम है,लेकिन कुछ समय पहले लोगों ने राजनीति को व्यवसाय के रूप में स्थापित करने का प्रयास किया जो लोकतंत्र के लिए कतई ठीक नहीं था।
यह बात उन्होंने करनाल में देर सायं नवचेतना मंच की ओर से आयोजित कार्यक्रम सुहाना सफर का दीप प्रज्जवलित कर विधिवत रूप से शुभारम्भ करने के उपरांत कही। इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने समाज सेवी एवं नव चेतनामंच के अध्यक्ष एसपी चौहान के जीवन पर आधारित संघर्ष को सलाम पुस्तक का विमोचन किया और पुस्तक के लेखक संदीप साहिल व एसपी चौहान को शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संघर्ष से मनुष्य को जीवन की दिशा और दशा मिलती है। ऐसी स्थिति में व्यक्तित्व निखर कर सामने आता है,जो अपेक्षाकृत समाज और राष्ट्र का अधिक भला कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे बहुत से उदाहरण है कि पिछले कुछ वर्षो में राजनेताओं की छवि धूमिल हुई,लेकिन जब से प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बागडोर सम्भाली तब से लोक ईमानदारी के पाठ को जानने लगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की दो लाईनों का जिक्र करते हुए कहा कि एक लाईन मैं बोलूंगा दूसरी लाईन आप अपने आप बोल देंगे। वो लाईनें थी न खाउंगा और पंडाल में उपस्थित लोग एक दम बोल पड़े न खाने दूंगा।
मुख्यमंत्री की इस अभिव्यक्ति पर पूरा हाल तालियों की गडग़ड़ाहट से गंूज उठा। उन्होंने कहा कि माताएं हमेशा धन्य होती है। नरेन्द्र मोदी की माता की समाज के लिए कुर्बानी विषय पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि माता ने मोदी को जन्म देकर एक ऐसा नायाब हीरा पैदा किया है जो सशक्त समाज और जागरूक राष्ट्र के निर्माण में जुटा है। ऐसे महान व्यक्तित्व से हमें सीख लेनी चाहिए,जहां तक करनाल का सवाल है,सेवा का सागर है। इसी सेवा के सागर में चुनाव के दिनों में नवचेतना मंच के अध्यक्ष एसपी चौहान से मुलाकात हुई और यह एक ऐसा मंच है,जिसमें कईं छोटे-छोटे संगठन मिलकर सेवा के काम कर रहे है।
इस मौके पर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि जीवन में संघर्ष स्वाभाविक है। बचपन से लेकर पूरे जीवन में कईं बार संघर्ष का सामना करना पड़ता है,परन्तु संघर्ष के दौर में अपना मनोबल कम नहीं होना चाहिए,यही गीता का उपदेश और सच्चाई का सार है। उन्होंने हरियाणा सरकार को बधाई देते हुए कहा कि सरकार ने गीता के महत्व को समझते हुए इसे हरियाणा गीता उत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया। अब प्रदेश सरकार गीता उत्सव अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने जा रही है ताकि गीता की सीख को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय गीता उत्सव के अवसर पर कुरूक्षेत्र में 18 हजार युवा गीता के श£ोकों का व्याख्यान करेंगे।
इस मौके पर फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश में हरियाणवीं फिल्मों की इमेज को नई पहचान दिलाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि फौज में सबसे ज्यादा जवान हरियाणा से होते है,यहीं नहीं ओलम्पिक खेलों में सबसे ज्यादा जो पदक लाते है,वो भी हरियाणा से है। पगड़ी फिल्म के बारे में बालते हुए उन्होंने कहा कि यह फिल्म 30 देशों में दिखाई गई,यह बड़े गर्व की बात है। इस फिल्म ने दो नैशनल स्तर पर तथा पांच इंटरनैशनल स्तर पर पुरस्कार हासिल किये है। यहीं नहीं सतरंगी फिल्म ने भी नैशनल अवार्ड हासिल किया है। हरियाणा का इतिहास ऐसा है कि इसको अगर व्यक्ति एक बार भी पढ़ ले तो लाखों बातें सीखने को मिल जाती है।
कार्यक्रम में पहुंचे फिल्म अभिनेता और नवचेतना मंच के संयोजक एसपी चौहान के जीवन पर बन रही फिल्म में अभिनेता को रोल अदा करने वाले आर्य बब्बर ने कहा कि एसपी चौहान के जीवन पर बन रही फिल्म में वे अभिनय कर के वे बेहद खुश है तथा एसपी चौहान की जिंदगी से बेहद प्रभावित है।
इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री रहे लाल बहादुर शास्त्री जी के सुपुत्र एवं पूर्व सांसद सुनील शास्त्री ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस मौके पर हैफेड़ के चेयरमैन एवं घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण,नीलोखेड़ी के विधायक व भाजपा के जिलाध्यक्ष भगवानदास कबीरपंथी,मुख्य मंत्री के ओएसडी अमरेन्द्र सिंह,हरियाणा बाल कल्याण परिषद की मानद सचिव संतोष अत्रेजा,पूर्व केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री आईडी स्वामी,पूर्व मंत्री शशिपाल मेहता,पूर्व मंत्री नारायण सिंह राणा,डायमंड बुक्स के एमडी नरेन्द्र वर्मा,फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा,सीमा चौहान उपस्थित रहे।