Rishi Sunak News:यूनाइटेड किंगडम में इस साल अक्टूबर महीने में चुनाव होने वाले हैं, लेकिन सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी अंदरूनी कलह में फंस गई है, जिसकी वजह से प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की पार्टी का सूपड़ा साफ हो सकता है।
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऋषि सुनक की लीडरशिप को लेकर कंजर्वेटिव पार्टी में भारी असंतोष है और इस राजनीतिक उथल-पुथल की वजह से पहले से ही जनता की नाराजगी झेल रही कंजर्वेटिव पार्टी को चुनाव में बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि, ब्रिटेन के एक मंत्री रविवार को अपनी पार्टी के नेता ऋषि सुनक का मजबूती से बचाव करने की कोशिश की है, क्योंकि ऋषि सुनक ने 2 मई को आम चुनाव करवाने से इनकार कर दिया है और अब तय समय पर अक्टूबर महीने में ही चुनाव होंगे। पहले रिपोर्ट्स में कहा गया था, मई महीने में चुनाव करवाने पर पार्टी विचार कर रही है, लेकिन ऋषि सुनक ने समय से पहले चुनाव में जाने से इनकार कर दिया।
जिसके बाद पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव से पहले लीडरशिप बदलने की मांग तेज कर दी है। वहीं, अब आशंका इस बात को लेकर है, कि कई कंजर्वेटिव सांसदों को अपनी हार का डर सता रहा है, लिहाजा वो पार्टी के अंदर बगावत कर सकते हैं और उनकी कोशिश प्रधानमंत्री पर जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ने की है, ताकि जनता का गुस्सा प्रधानमंत्री की तरफ मोड़कर अपनी सीट बचाई जा सके।
ऋषि सुनक की पार्टी में अंदरूनी कलह
वहीं, जब एक टेलीविजन इंटरव्यू के दौरान यूके के परिवहन मंत्री मार्क हार्पर से सीधे पूछा गया, कि क्या उन्हें लगता है कि ऋषि सुनक आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता होंगे?
तो हार्पर ने स्काई न्यूज को बताया, कि “हां वह हमारे नेता होंगे और उनके नेतृत्व में हम चुनाव में जाएंगे, जहां वो अपनी योजना जनता के सामने रखेंगे।”
वहीं, ऐसी अफवाहों पर, कि कंजर्वेटिव पार्टी में ऋषि सुनक की जगह पर मंत्रिमंडल में हाउस ऑफ कॉमन्स के नेता पेनी मोर्डौंट को जिम्मेदारी सौंपने की मांग की जा रही है, इस सवाल पर हार्पर ने कहा, कि “मैं अपने सभी साथियों से यही कहना चाहता हूं, कि मैं ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर के तौर पर ऐसा काम करता हूं, जो देश के लिए सही हो, ऐसे फैसले लेता हूं, जो संवेदनशील हों। और मेरा मानना है, कि प्रधानमंत्री भी यही करते हैं। वो देश के लिए सही फैसले लेने की कोशिश करते है, भले ही फिलहाल के लिए ऐसे फैसले अलोकप्रिय लगते हों।”
दरअसल, द डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट में कहा गया है, कि इस सप्ताह के अंत में कंजर्वेटिव पार्टी के दक्षिणपंथी नेताओं और 2022 में बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री की रेस में शामिल हुईं मोर्डौंट समर्थकों के बीच बैठक हुई है।
वहीं, कंजर्वेटिव पार्टी के कुछ नेताओं ने इसी हफ्ते पार्टी के एक और सीनियर लीडर टीम पेनी से भी मुलाकात की है, और इस मुलाकात के दौरान टीम पेनी को समर्थन देने की बात कही गई है। इन नेताओं का मानना है, कि टीम पेनी, प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से बेहतर नेता साबित हो सकते हैं।
कंजर्वेटिव पार्टी में बनते अलग अलग गुटों की बीच होने वाली बैठकें, ब्रिटेन में अक्टूबर महीने में होने वाले चुनाव से पहले सरकार को लेकर बढ़ती निराशा और विपक्षी लेबर पार्टी की लगातार मजबूत स्थिति को दर्शाता है, औकर पता लगता है, कि ऋषि सुनक की पार्टी में हताशा फैल रही है।
इनमें से कुछ प्रमुख नेता, जो बोरिस जॉनसन के समर्थक हैं, उन्होंने सार्वजनिक तौर पर ऋषि सुनक के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है, जिनमें पूर्व मंत्री जैकब रीस-मोग भी शामिल हैं, जिन्होंनें चुनाव से ठीक पहले ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री पद से हटाने की मांग को ‘पागलपन’ करार दिया है।
इस बीच, लेबर पार्टी जल्द आम चुनाव की मांग करने लगी है और लेबर पार्टी को पाकिस्तानी और अरब मुस्लिमों का साथ मिला हुआ है। लेबर पार्टी की नेता जोनाथन एशवर्थ ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा है, कि “अब ये सरकार राष्ट्रीय हितों पर बात करने वाली सरकार नहीं रही है। सरकार गैरजिम्मेदार हो गई है। हम देश में स्थिरता चाहते हैं और ऋषि सुनक चुनाव की तारीखों का ऐलान कर देश में स्थिरता ला सकते हैं। अन्यथा, मुझे लगता है, कि देश में चुनाव होने से पहले, कहीं कंजर्वेटिव पार्टी के अंदर नये नेता का चुनाव ना शुरू हो जाए।
वहीं, 2 मई को पूरे इंग्लैंड में स्थानीय परिषद और प्रमुख शहरों में मेयर के चुनाव होने वाले हैं, जिसमें कंजर्वेटिव पार्टी को भारी नुकसान होने की उम्मीद है और ऐसा होने पर ऋषि सुनक पर जल्द चुनाव करवाने का दबाव और भी बढ़ जाएगा।