चंडीगढ़, 29 नवंबर- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने गत सांयकाल हरियाणा राजभवन में भारत सरकार के एक भारत-श्रेष्ठ भारत मिशन के तहत युवा संगम कार्यक्रम (तृतीय चरण) की मेजबानी करते हुए झारखंड के 24 जिलों से हरियाणा प्रदेश के राजकीय भ्रमण पर आए 60 प्रतिभागियों और संकाय समन्वयकों एवं राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र के विभिन्न अधिकारियों से बातचीत करते हुए दोनों राज्यों की महान संस्कृति, परंपराओं, संगीत, पर्यटन, व्यंजन, खेल और स्थानीय प्रथाओं को साझा किया।
राज्यपाल हरियाणा ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के तहत युवा संगम कार्यक्रम की संकल्पना लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव को मजबूत करने और युवाओं के बीच सदभाव पैदा करने के उद्देश्य से की गई है। उन्होंने कहा कि युवा संगम कार्यक्रम युवाओं के लिए यात्रायें आयोजित करने पर केंद्रित है, जिसमें मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र और देश भर से भारत के विभिन्न राज्यों के कुछ ऑफ-कैंपस युवा शामिल हैं।
राज्यपाल ने कहा कि देश के यशस्वी एवं ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा चलाये गए एक भारत श्रेष्ठ-भारत कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न राज्यों, केंद्र-शासित प्रदेशों के लोगों के बीच आपसी संवाद/बातचीत और आपसी समझ को बढ़ावा देना है। सभी राज्य सांस्कृति, परंपराओं, संगीत, शिक्षा पर्यटन, व्यंजन, खेल और स्थानीय प्रथाओं को साझा करने के लिए एवं सांस्कृतिक संबंध को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि युवा-संगम में हरियाणा को झारखंड के साथ जोड़ा गया है और एनआईटी कुरुक्षेत्र एवं आईआईआईटी रांची को क्रमशः हरियाणा और झारखंड के नोडल केंद्र के रूप में नामित किया गया है। इस युवा-संगम से झारखंड राज्य के छात्रों को हरियाणा का बहुआयामी अनुभव और सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त होगा और हरियाणा की संस्कृति को अच्छे से जानने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि युवा संगम का पहला चरण 25 संस्थानों के लगभग 1200 युवाओं की भारी भागीदारी के साथ संपन्न हुआ था, जिसमें उत्तर-पूर्वी क्षेत्र पर मुख्य ध्यान केंद्रित करते हुए भारत के 22 राज्यों का दौरा आयोजित किया गया। युवा संगम के दूसरे चरण के दौरान, 23 राज्यों व केंद्र-शासित प्रदेशों को कवर करने वाले 20 दौरों में करीब 1000 युवाओं और समन्वयकों ने भाग लिया। पहले चरण में, एनआईटी कुरूक्षेत्र ने सितंबर 2022 के महीने में तेलंगाना और हरियाणा राज्यों के बीच एक सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम का आयोजन किया था।
इससे पूर्व राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र के निदेशक, प्रो. बी वी रमणा रेड्डी ने हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय को संस्थान तथा प्रतिनिधिमंडल की तरफ से शाल उढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट करके अभिनंदन एवं स्वागत किया। राज्यपाल हरियाणा ने इस अवसर पर डा0 कृष्ण कुमार द्वारा लिखित ‘अतुल्य हरियाणा‘ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। हरियाणा कला परिषद् की ललित कला समन्वयक सीमा कम्बोज ने महामहिम राज्यपाल को उनका पोट्रेट भेंट किया।
राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने प्रतिनिधिमंडल में आए स्नेहा राय, प्रेमचंद, फीजा जावेद, विष्णु वैभव, अनन्या कुमारी, सागर कुमार से विशेष रूप से आपसी संवाद करते हुए उनकी इस राजकीय यात्रा के अनुभव के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री अतुल द्विवेदी, एडीसी अर्श वर्मा, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र के निदेशक, प्रो. बी वी रमणा रेड्डी, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कुरूक्षेत्र के डीन, संकाय सदस्य तथा अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।