चंडीगढ़ : भाजपा सरकार द्वारा बड़े-बड़े औधोगिक घरानों को अरबों रूपए का फायदा पहुंचाने के लिए किसान विरोधी फसल बीमा योजना लागू करने और इस योजना के नाम पर किसानों के खातों से जबर्दस्ती काटे जाने के विरोघ में इनेलो किसान प्रकोष्ठ की ओर से 8 अगस्त से 11 अगस्त तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रर्दशन करने का निर्णय लिया गया है। यह फैसला इनेलो विधायक दल की यहां चंडीगढ में हुई बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने की। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पूर्व कृषि मंत्री जसविदंर सिंह संधू, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, विधायक जाकिर हुस्सैन, रणबीर सिंह गंगवा, पिरथी सिंह नंबरदार, वेद नारंग बरवाला, अनूप धानक, बलवान सिंह दौलतपुरिया, मक्खन लाल सिंगला, राजदीप फौगाट, प्रो. रविंदर बलियाला, ओम प्रकाश गोरा, आरएस चौधरी, एमएस मलिक, बीडी ढालिया, राम सिंह बराड़ व एनएस मल्हान भी मौजूद थे। इनेलो किसान प्रकोष्ठ की ओर से रोजाना पांच-पांच जिलों में विरोध प्रर्दशन किए जाऐंगे और इन प्रर्दशनों का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा, सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला, पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा, इनेलो किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्ण सिंह डाबडा व पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपी चंद गहलोत करेंगे। प्रर्दशन के बाद संबंधित जिला उपायुक्तों के माध्यम से सरकार के नाम एक मांगपत्र भेज कर किसानों के खातों से जबर्दस्ती काटी जा रही राशि बंद किए जाने की मांग की जाएगी।
बैठक में विधानसभा के अगामी सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर व्यापक विचार विमर्श किया गया। बैठक में सभी विधायकों से पूरी तैयारी के साथ सत्र में आने और अपने अपने हल्कों की समस्याऐं व दिक्कतों को विधानसभा में उठाने के लिए समय रहते विधानसभा सचिवालय को प्रश्न भेजने का भी आग्रह किया गया। हरियाणा विधानसभा के अगामी सत्र में इनेलो फसल बीमा योजना के नाम पर किसानों को लूटने, बिगडती कानून-व्यवस्था की स्थिति, प्रदेश में घटी गैंगरेप की घटनाऐं, किसानों की बर्बाद पिछली फ सलों का अभी तक मुआवजा न दिए जाने, कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान व भत्ते देने, वेतनमान विसंगतियां दूर करने, सातवें वेतन आयोग की सिफारशें तुरंत लागू करने, गुडगांव में महाजाम, बुढापा पेंशन दो हजार रूपए महीना देने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारशें लागू करने, युवाओं को 6 हजार व 9 हजार रूपए महीना बेरोजगारी भत्ता देने और एसवाईएल के अधूरे निर्माण को पूरा करवाने सहित प्रदेश से जुडे सभी अह्म मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
चौधरी अभय सिंह चौटाला और अशोक अरोड़ा ने बताया कि सरकार द्वारा स्वर्ण जयंती समारोह के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में दिए उन्होंने इनेलो की ओर से प्रदेश हित में कई अह्म सुझाव दिए थे और अब इन सुझावों को मानना या न मानना पूरी तरह से सरकार पर निर्भर करता है। इनेलो नेताओं ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में दिए उन्होंने सुझाव दिया था कि हरियाणा की पहचान क्योंकि किसानों और जवानों के कारण होती है, इसलिए सरकार किसानों को सभी फसलों पर बोनस और जवानों को विशेष प्रोत्साहन राशि प्रदान करे। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सभी राजनीतिक दलों द्वारा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वर्ण जयंती समारोह मनाने और इस स्वर्ण जयंती समारोह में किसी भी पार्टी अथवा दल अथवा राजनेता का फोटो या झण्डा न होकर हरियाणा के नकशे वाला स्वर्ण जयंती का झण्डा और बैनर ही होना चाहिए। इनेलो नेताओं ने कहा कि प्रदेश की दूसरे राज्यों की सीमा पर सभी जगह स्वर्ण जयंती द्वार बनाए जाएं। इसके अलावा हरियाणा का नाम रोशन करने वाले कवियों, लेखकों, खिलाडिय़ों, बुद्धिजीवियों व समाज सेवियों जिन्हें राष्ट्रपति ने पदमश्री अथवा पदमभूषण अथवा खेल रत्न या अर्जुन अवार्डी के तौर पर सम्मानित किया हो, उनके सम्मान में कहीं एक फोटो गैलरी अथवा संग्रहालय कायम किया जाए। इनेलो नेताओं ने यह भी सुझाव देते हुए कहा कि हरियाणा के निर्माण में जिन प्रमुख हस्तियों का योगदान रहा है, जिनमें चौधरी देवीलाल व अन्य जिनके हाथों में हरियाणा के नक्शे वाला झण्डा हो, की प्रतिमा दिल्ली अथवा चंडीगढ़ की ओर जाने वाले प्रदेश के मुख्य द्वारों पर स्थापित की जाए। इसके अलावा हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए चौधरी देवीलाल व डॉ. मंगलसेन द्वारा न्याययुद्ध के लिए की गई पदयात्रा की प्रतिमा हिसार अथवा दिल्ली में लगाई जाए।
इनेलो नेताओं ने बैठक में कहा कि देश की रक्षा के लिए प्रदेश के अनेकों शहीद चीन व पाकिस्तान के साथ हुए युद्धों व कारगिल के युद्ध में शहीद हुए थे, उनकी याद में प्रदेश में किसी एक स्थान पर स्मारक कायम किया जाए और उनमें उन सभी शहीदों के नाम लिखे जाएं ताकि लोग वहां जाकर उन शहीदों को नमन कर सकें। हरियाणा के अब तक के आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक व सांस्कृतिक विकास पर हरियाणा के झरोखे से एक बुकलेट तैयार की जाए। इनेलो नेताओं ने कहा कि अगर हरियाणा के सभी दल दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इसे मनाएंगे तभी तो हरियाणा एक हरियाणवी एक का नारा सही मात्रा में साकार होगा। सरकार राजनीतिक व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अगर सबको साथ लेकर स्वर्ण जयंती कार्यक्रम मनाएगी तभी यह पूरे प्रदेश का कार्यक्रम हो पाएगा अन्यथा अगर खुद श्रेय लेने व आगे निकलने के लिए सरकार मात्र अपनी नीतियों का गुणगान करने का काम करेगी तो इसे हरियाणा एक हरियाणवी एक की संज्ञा नहीं मिल पाएगी।