चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एक राष्ट्रीय योजना है इस योजना को शुरू करने का उदेश्य किसानों को आत्मनिर्भर करना है ताकि उन्हें किसी के आगे हाथ न फैलाने पड़े।
वे आज यहां हरियाणा के गठन का स्वर्ण जयंती वर्ष मनाने के सम्बंध में आयोजित सर्वदलीय बैठक के उपरांत पत्रकारों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में पूछे गए प्रश्र का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस योजना तहत के किसानों को फसल खराब होने की चिंता से मुक्त करना है। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों के हित में है। खरीफ फसल के लिए बीमा प्रीमियम राशि की दर दो प्रतिशत होगी और रबी के लिए 1.5 प्रतिशत होगी। उन्होंने कहा कि प्रीमियम की शेष राशि राज्य सरकार और केन्द्र सरकार वहन करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र सरकार ने कपास के लिए बीमा प्रीमियम की दर पांच प्रतिशत निर्धारित की थी लेकिन राज्य सरकार ने किसान हित में यह निर्णय लिया है कि किसान को बीमा प्रीमियम दो प्रतिशत की दर से ही देना होगा, जबकि शेष तीन प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लागू होने से अब किसान को मुआवजे के लिए सरकार की ओर नहीं देखना होगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों को पिछले दो वर्षों के दौरान 2200 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है जबकि वर्ष 1966 से लेकर 2014 तक की सभी सरकारों 1100 से 1200 करोड़ रुपए तक किसानों को मुआवजा दिया है।
इस अवसर पर खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री श्री अनिल विज, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष बराला, मुख्य सचिव श्री डी एस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. के.के. खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री अमित आर्य, भाजपा से सूरजपाल अम्मू भी उपस्थित थे।