Haryana News: एशियाई खेलों में इस बार भारत (India) ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. पहली बार ऐसा हुआ तो कि 107 मेडल भारतीय खिलाड़ियों ने अपने नाम किए हैं. हरियाणा के खिलाड़ियों ने 33 खेल प्रतियोगिताओं में मेडल जीते हैं. इनमें 10 गोल्ड मेडल, 6 रजत और 17 कांस्य पदक हैं. इन दिनों प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों के गांवों में सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इस दौरान हरियाणा कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) भैंसवाल (Bhainswal) गांव में आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे.
इस दौरान हुड्डा ने कहा, “हरियाणा की खेलों में क्या उपलब्धि है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, हमारा एक-एक जिला अगर एशियाई खेलों में पदक तालिका के हिसाब से देखा जाए तो बड़े-बड़े देशों से आगे है. यहां तक की भैंसवाल गांव ही पाकिस्तान से ऊपर है. उनके तीन मेडल आए हैं, एक रजत पदक तो 2 कांस्य पदक आए हैं. उनका एक भी गोल्ड मेडल नहीं आया है. अकेले भैंसवाल गांव में तीन गोल्ड मेडल आए हैं तो भैंसवाल गांव भी पाकिस्तान से ऊपर है.”
पाकिस्तान से ज्यादा पदक तो म्हारे हरियाणा के भैंसवाल गाँव के हैं… pic.twitter.com/QgJphHVWh3
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) October 16, 2023
‘हुड्डा सरकार ने 750 से ज्यादा खिलाड़ियों को दीं नौकरियां’
राज्यसभा सांसद ने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार की ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति से हरियाणा के खिलाड़ियों ने ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स में किसी में दो तिहाई, किसी में आधे तो किसी में एक तिहाई से ज्यादा मेडल जीतकर देश की झोली में डाले. इस नीति के तहत ही हुड्डा सरकार ने हरियाणा में 750 से ज्यादा खिलाड़ियों को सीधे नियुक्तियां दी थीं. इसमें मौजूदा मंत्री संदीप सिंह का नाम भी शामिल है.
खट्टर सरकार पर लगाया ये आरोप
वहीं सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति को बीजेपी शासित दूसरे प्रदेश तो अपना रहे हैं, लेकिन दुख की बात ये है कि पिछले साढ़े 9 साल से हरियाणा सरकार ने इस नीति को बंद कर रखा है. अगर मौजूदा सरकार ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति लागू नहीं करती तो प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने पर हम पहली कलम से इसे लागू कर खिलाड़ियों को नियुक्तियां देंगे.