Mumbai-Nagpur Samriddhi Expressway : मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर रविवार को तेज रफ्तार ट्रक, बस और एक निजी कार से हुई दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के विपक्षी नेताओं ने इन यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री शिंदे ने 5 लाख रुपए मुआवजा और सभी घायलों के लिए पूर्ण मुफ्त इलाज की घोषणा की।
एक अधिकारी ने बताया कि देर रात करीब एक बजे हुई जब मिनी बस तीर्थयात्रा के बाद बुलढाणा से छत्रपति संभाजीनगर औरंगाबाद होते हुए नासिक जा रही थी। इसी दौरान एक टोल बूथ के पास खड़े ट्रक को पीछे से टक्कर मार दी। इसमें 12 यात्रियों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे पर जामबरगांव टोल बूथ से थोड़ी दूरी पर हुई। दुर्घटना में मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल हैं। घायलों में आठ महिलाएं भी हैं। यह सभी यात्री बुलढाणा में प्रसिद्ध सैलानी बाबा के दर्शन कर नासिक के इंदिरानगर लौट रहे थे।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता के परिवार को ले जा रही एक कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। एआईएमआईएम सांसद सैयद इम्तियाज जलील ने कहा कि मृतक पार्टी महासचिव सैयद मोइन के परिवार से थे।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता विपक्ष अंबादास दानवे और सांसद संजय राउत ने समृद्धि एक्सप्रेसवे पर होने वाली घातक दुर्घटनाओं की लगातार श्रृंखला के लिए राज्य सरकार की आलोचना की है। उन्होंने इसे ‘हत्यारा राजमार्ग’ बताया है। दानवे ने घटनास्थल और अस्पतालों में मरीजों का दौरा करने के बाद कहा, “सरकार जिम्मेदार है, यह कोई दुर्घटना नहीं है, यह हत्या है।”इस दुर्घटना पर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, एआईएमआईएम और अन्य दलों के अलावा कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।