चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि प्रदेश के लोगों को राष्ट्र स्तरीय की आधुनिक चिकित्सका सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए 84 सरकारी अस्पतालों की परियोजना रिपोर्ट शीघ्र तैयार की जाएगी। ऐसी सुविधाओं की उपलब्धता के पश्चात हरियाणा देश का पहला प्रदेश होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस संबंध में आज यहां भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र तथा स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान यह जानकारी दी। इस बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र, नई दिल्ली के कार्यकारी निदेशक डॉ. संजीव कुमार, सलाहाकार गुणवत्ता सुधार डॉ. जे एन श्रीवास्तव, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. कमला सिंह, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के संयुक्त निदेशक श्री अमरजीत सिंह, डॉ. सोनिया सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र के अधिकारियों को अस्पतालों में आधारभूत संरचना के मानकों का अन्तर, उनपर आने वाले खर्च का अनुमान तैयार करने तथा परियोजना की ड्राईंग बनाने को कहा है, ताकि इस दिशा में शीघ्र कार्य शुरू किया जा सके।
श्री विज ने कहा कि वे हरियाणा के गरीब से गरीब व्यक्ति को भी चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में सिसकियां लेकर मरते नही देख सकते है, इसलिए लोगों को उनके घरों के आसपास आधुनिक एवं राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सा सेवाओं को प्राप्त करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस संबंध आज यहां अधिकारियों को प्रदेश के सभी अस्पतालों में राष्ट्रीय मानकों के स्तर की सेवाएं उपलब्ध करवाने और राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाणपत्र (एनक्यूएसी) प्राप्त करने हेतु यथाशीघ्र रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये। इसके पहले चरण में प्रदेश के सभी जिलों के एक जिला अस्पताल, एक उपमंडल अस्पताल, एक सामुदायिक एवं एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित कुल 84 अस्पतालों को शामिल किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में आधारभूत संरचना, भवनों को निर्माण, चिकित्सकों की उपलब्धता, उपकरणों, दवाइयों सहित अन्य सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदेश सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी परन्तु अस्पतालों की गुणवत्ता पर कार्य कर करने वाली राष्ट्रीय संस्था द्वारा इनके मानक तय किये जाएंगे। इसके अतिरिक्त, अस्पतालों में हरियाणा सरकार द्वारा अस्पताल प्रबन्धन के लिए विशेषज्ञों की सेवाएं ली जाएगी ताकि अस्पतालों में व्यवहार्य कौशल का बढावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में चिकित्सकों कार्य प्रणाली को सुधारने के लिए अस्पतालों का वातावरण को बदलना चाहता है, जिससे वे अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से लोगों को अधिक से अधिक सेवाएं प्रदान कर सकें।
श्री विज ने बताया कि हरियाणा को मेडिकल हब बनाया जाएगा, जिसके लिए चिकित्सकों को आधुनिक दवाइयों एवं चिकित्सा सुविधाओं से अवगत करवाने के लिए रिफ्रैशर कोर्स करवाये जाएंगे ताकि वे नई-नई जानकारियों से अपडेट रह सके। उन्होंने कहा कि भविष्य में चिकित्सकों की एसीपी तभी लगाई जाएंगी, जब वे रिफ्रैशर कोर्स से स्वयं को अपडेट रखेगें। प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए हर अस्पताल में चैक लिस्ट लगाई जाएगी तथा अस्पतालों को आवश्यकतानुसर अपग्रेड किया जाएगा।