Ganesh Chaturthi 2023: भगवान गणेश सभी देवों में सबसे ज्यादा पूजनीय हैं
उन्हें सभी देवों में सबसे पहले पूजा जाता है. आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जा रहा है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश जी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार मंगलवार को अमृत योग के बीच उड़िया तिथि के अनुसार चतुर्थी तिथि में भगवान गणेश की विधिवत स्थापना की जाएगी. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस बार स्वाति नक्षत्र, वैधृति योग, विश्वकुंभ करण और तुला राशि के चंद्रमा का शुभ संयोग बन रहा है. इस वजह से यह दिन और भी अधिक मंगलकारी हो जाता है. 19 सितंबर को पूर्वान्ह 11:36 से मध्यान्ह 12:24 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में मूर्ति की स्थापना बहुत ही शुभ रहेगी.
भगवान गणेश की पूजा
भगवान गणेश बुद्धि के दाता हैं. भौतिकी, गणित, ज्योतिष लेखा अकाउंट आदि के कारक भगवान गणेश माने जाते हैं. भगवान गणेश बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं. भगवान गणेश की पूजा से सभी तरह की बाधा दूर हो जाती है. ऐसे में पूरे उत्साह और उमंग के साथ लोग गणपति की पूजा करते हैं.
गणेश चतुर्थी की पूजाविधि
सबसे पहले चौकी पर पीले रंग की चादर का कपड़ा बिछाएं. इसके बाद कपड़ा बिछाकर बप्पा की मूर्ति को स्थापित करें. इसके बाद गंगाजल से अभिषेक करें. इसके बाद वस्त्र, फूल, माला, जनेऊ आदि से उनको सुशोभित करें. इसके बाद अक्षत, हल्दी, पान का पत्ता, सुपारी, चंदन, धूप, दीप, नारियल आदि से पूजा करें. बप्पा को दूर्वा अर्पित करें. मोदक या लड्डू का भोग लगाना चाहिए. पूजा के दौरान ओम गं गणपतये नमो नम: मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.