Delhi HC on AJIO Scam: इस स्कैम में कई लोगों से 5 हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक जमा कराए गए. अब दिल्ली हाई कोर्ट ने इसपूरे ठगी घोटाले की जांच करने को कहा है…
ठगी के एक से बढ़कर एक मामले सामने आते रहते हैं, लेकिन यह मामला कुछ ऐसा निकला है कि दिल्ली हाई कोर्ट को भी बीच में आना पड़ गया है. इस मामले में लोगों से मुकेश अंबानी की कंपनी के नाम पर झांसा देकर बड़े पैमाने पर ठगी की गई है. इसे लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को विस्तार से जांच करने को कहा है.
रिलायंस के इस ब्रांड के नाम पर ठगी
रिलायंस इंडस्ट्रीज का एक लाइफस्टाइल ब्रांड है AJIO. लोगों को इसी ब्रांड के नाम पर ठगा गया है. मामला संज्ञान में आने के बाद मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने शिकायत दर्ज कराई थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज AJIO डॉट कॉम नाम से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म भी चलाती है. इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस साइबर सेल को जांच करने का आदेश दिया है, ताकि आम लोगों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
आइए जानते हैं कि ये AJIO स्कैम दरअसल क्या है
इस स्कैम में शातिर ठग रिलायंस के लोकप्रिय ब्रांड का दुरुपयोग कर रहे थे. वे AJIO के लिए काम करने का दावा कर लोगों से 5000 रुपये से 10 लाख रुपये तक जमा करा रहे थे. बदले में लोगों को इस बात का वादा किया जा रहा था कि पैसे जमा कराने के बाद उन्हें स्क्रैच कूपन, कार्ड, प्राइज मनी आदि मिलेंगे. वे AJIO और AJIO Online Shopping Private Limited के नाम पर लोगों से पैसे जमा कर रहे थे.
कोलकाता से ठगी होने का संदेह
जब रिलायंस इंडस्ट्रीज को इस स्कैम की भनक लगी तो उसने AJIO ट्रेडमार्क और लोगो के दुरुपयोग को लेकर शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में छह लोगों व निकायों को आरोपी बनाया गया है. ऐसा बताया जा रहा है कि ठगी करने वाले लोग कोलकाता बेस्ड हैं. ठगों ने स्कैम में होशियारी से मोबाइल नंबरों और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया और लोगों को चूना लगाया.
तत्काल किए गए ये उपाय
दिल्ली हाई कोर्ट ने इस मामले में ठगी की गतिविधियों को बंद करने के लिए संदेहास्पद बैंक अकाउंट को तत्काल फ्रीज करने का आदेश दिया है. साथ ही कोर्ट ने अकाउंट के खुलने की तारीख से लेकर अभी तक का स्टेटमेंट देने को कहा है. कोर्ट ने इसके अलावा केवाईसी समेत सभी उपलब्ध दस्तावेजों व सबूतों को पेश करने के लिए कहा है. टेलीकॉम कंपनियों को भी कहा गया है कि वे तत्काल संबंधित मोबाइल नंबर को ब्लॉक करें.