चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि झज्जर जिले के मातनहेल गांव में प्रदेश का तीसरा सैनिक स्कूल खोला जाएगा। ‘जय जवान आवास योजना’ के तहत बहादुरगढ़ के बाद करनाल में दूसरी आवासीय कॉलोनी बनाई जाएगी। इसके अलावा, शहीदों के आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 20 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए किया गया है।
आज बहादुरगढ़ के सैक्टर-7 में राजीव विहार जय जवान आवास योजना के भूमि पूजन उपरांत भूतपूर्व सैनिक रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों व पूर्व सैनिकों का कल्याण प्रदेश सरकार के एजेंडे में सर्वोपरि है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सुहाग ने भूमि पूजन में शिरकत करने के साथ ही सैक्टर-2 परिसर में लगी सैन्य प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
पूर्व सैनिकों को तोहफा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस में तीन हजार पद पूर्व सैनिकों से भरे जाएंगे। एक हजार पदों के लिए पहले ही भर्ती प्रक्रिया चल रही है। इसके साथ ही राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए स्कूल स्तर पर पूर्व सैनिकों की एक कमेटी भी गठित करने की राज्य सरकार की योजना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि पूर्व सैनिकों को शिक्षा सुधार के साथ जोडऩे से आदर्श स्कूल बनाने में सफलता मिलेगी। उन्होंने बताया कि राज्य में 2.82 लाख पूर्व सैनिक हैं। इनके अनुभव का उपयोग करने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने वन रैंक वन पेंशन देने का वायदा पूरा किया है। इसमें अगर और सुधार की जरूरत हुई तो उसके लिए भी पूर्व सैनिकों के समर्थन में पुरजोर कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि सेना ने प्रदेश में सैनिक व पूर्व सैनिकों के बच्चों की गुणवत्तापरक शिक्षा के लिए शैक्षणिक संस्थान खोलने की बात कही है। प्रदेश सरकार इस प्रोजक्ट के लिए एनसीआर क्षेत्र में सेना को जमीन देने पर गंभीरता से विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पूर्व सैनिकों को दी जा रही सुविधाओं की चर्चा करते हुए कहा कि आप्रेशन के दौरान शहीद होने वाले जवानोंं के आश्रितों को 50 लाख रुपए और योग्यतानुसार नौकरी देने का प्रावधान किया गया। वहीं अवार्डी सैन्यकर्मियों के अनुदान में भी अभूतपूर्व बढ़ोतरी की गई है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में पहली जय जवान आवास योजना के लिए सेना ने लगभग पांच एकड़ में चार सौ फ्लैट बनाने की योजना बनाई थी। अब सेना ने पांच सौ फ्लैैट बनाने की मांग रखी है। प्रदेश सरकार ने सेना की मांग को उदारतापूर्वक मानते हुए पांच सौ फ्लैटों की सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी है।
थल सेनाध्यक्ष जनरल दलबीर सुहाग ने भूतपूर्व सैनिक सभा को संबोधित करते हुए जय जवान आवास योजना के लिए रियायती दर पर जमीन मुहैया करवाने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल का धन्यवाद किया। जनरल सुहाग ने कहा कि हरियाणा वीरों की भूमि है और सेना में अपनी वीरता का परिचय देते हुए प्रदेश के जवानों ने शहादत देकर सबसे ज्यादा वीरता पुरस्कार हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि सेना ने झज्जर जिले के मातनहेल में तीसरा सैनिक स्कूल खोलने की भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। सेना का प्रयास रहेगा कि अगले सत्र से यहां पर कक्षाएं शुरू हो जाएं।
सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना अपने पूर्व सैनिकों की चिकित्सा व अन्य सुविधाओं में निरंतर सुधार कर रही है। सैनिकों व पूर्व सैनिकों के बच्चों की शिक्षा में सुधार के लिए सेना ने उच्च शिक्षा के संस्थान खोलने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री ने भी हरियाणा में इस तरह के संस्थान खोलने के लिए कहा है। जल्द ही एनसीआर क्षेत्र में शिक्षण परिसर खोला जाएगा, जिसमें लॉ, आईटी और प्रबंधन की शिक्षा दी जाएगी। इस संस्थान को दिल्ली विश्वविद्यालय से संबंद्ध करवाया जाएगा। सेनाध्यक्ष ने कहा कि हर वर्ष 14 जनवरी का दिन पूर्व सैनिक दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन सेना द्वारा देशभर में पूर्व सैनिक रैली तथा जनसभाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद मेजर राजीव जून के भाई परमजीत जून को सम्मानित किया। जय जवान आवास योजना को शहीद मेजर राजीव जून के नाम पर स्थापित किया गया है। मेजर राजीव जून 16 सितंबर,1994 को जम्मू एवं कश्मीर के अनंतनाग जिले में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे। भूमि पूजन कार्यक्रम में सर्व धर्म पूजा सभा का भी आयोजन किया गया।
समारोह में प्रदेश के वित्त एवं उद्योग मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, विधायक नरेश कौशिक, लेफ्टिनेंट जनरल के.जे.सिंह, सेनाध्यक्ष जनरल सुहाग के पिता सेवानिवृत्त सूबेदार रामफल सुहाग, रिटा. ले.जनरल राज कादियान, ब्रिगेडियर वी.पी.सिंह तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठï अधिकारियों सहित पूर्व सैनिक भी मौजूद थे।