लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया, लेकिन इसमें दरार पड़ती नजर आ रही है। हाल ही में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में दिल्ली के सीट बंटवारे को लेकर विवाद हुआ। अगर जल्द ही ये विवाद नहीं सुलझा, तो 8 राज्यों में इसका असर पड़ेगा।
दरअसल इस साल के अंत में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव हैं। इसे लोकसभा चुनाव 2024 के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा। AAP के रुख से लग रहा कि वो इन तीनों राज्यों में अकेले ही उतरने के मूड में है। जिससे कांग्रेस की टेंशन बढ़ सकती है।
इसके अलावा अगले साल लोकसभा चुनाव में AAP गुजरात, हिमाचल, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में भी कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है। ऐसे में मोदी सरकार को चुनौती देना INDIA गठबंधन के लिए मुश्किल हो जाएगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक AAP जहां-जहां मैदान में उतरी है, वहां-वहां कांग्रेस को ही सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सबसे पहले उसने दिल्ली में शीला दीक्षित (कांग्रेस) की सत्ता छीनी। इसके बाद उसने पंजाब की सत्ता से कांग्रेस को बाहर किया।
वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मजबूती से आगे बढ़ रही थी, लेकिन AAP ने उसके वोटबैंक में सेंधमारी की और उसका सारा खेल बिगाड़ दिया। हरियाणा और हिमाचल में भी केजरीवाल लंबे वक्त से सक्रिय हैं, ऐसे में वो लोकसभा चुनाव में वहां की कई सीटों को प्रभावित करेंगे।
ऐसे शुरू हुआ विवाद
हाल ही में कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली की सभी 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उसको लेकर तैयारी की जा रही है। ये बात AAP को नहीं पसंद आई, क्योंकि वो मौजूदा वक्त में सत्ता में है। इसके अलावा उसने एमसीडी चुनाव भी जीता था। हालांकि अब दोनों पार्टियां दावा कर रहीं कि विवाद को सुलझा लिया गया है।
छत्तीसगढ़-एमपी के दौरे पर केजरीवाल
वहीं AAP की नजर छत्तीसगढ़ और एमपी पर है। जिसके तहत सीएम केजरीवाल दोनों राज्यों के दौरे पर हैं। उनके साथ पंजाब सीएम भगवंत मान भी हैं। दोनों नेता विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।