सीईटी के स्क्रीनिंग टेस्ट में 41 प्रश्न ग्रुप-57 के पेपर में रिपीट होने के बाद भी सरकार इस परीक्षा को कैंसिल करने के मूड में नहीं है. जिसको लेकर कांग्रेस लगातार गठबंधन सरकार पर निशाना साध रही है.
Haryana News: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सीईटी के स्क्रीनिंग टेस्ट में 41 प्रश्न ग्रुप-57 के पेपर में दोहराने को लेकर विपक्ष पूरी तरह से खट्टर सरकार पर हावी है. कांग्रेस के SRK यानि शैलजा, रणदीप सुरजेवाला और किरण चौधरी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर जोरदार हमला बोला है. यहीं नहीं गठबंधन सरकार को “पेपर लीक माफिया” की सरकार भी बताया है.
आपको बता दें कि 41 प्रश्न दोहराने को लेकर सरकार ने एजेंसी से जवाब मांगा था लेकिन एजेंसी 3 दिन बीत जाने के बाद भी कोई जवाब नहीं दे पाई तो सरकार एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की तैयारी में है. लेकिन सरकार सीईटी को कैंसिल कर दोबारा परीक्षा करवाने के मूड में नहीं है जिसको लेकर विपक्ष लगातार खट्टर सरकार को घेर रहा है.
‘बुलडोजर के नीचे कुचल दिया युवाओं का भविष्य’
कांग्रेस से राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि खट्टर सरकार की कारस्तानी देखिए, 100 में से 41 सवाल जो 6 अगस्त के पेपर में आए, वो 7 अगस्त के पेपर में रिपीट हो गए, यानी पेपर लीक का आजमाया तरीका, पर कोई जुम्मेवार नहीं. हरियाणा पुलिस कहती है कि 6 अगस्त का पेपर लीक हो गया, जींद में आरोपी पकड़ लिए, खूब अखबारों में खबर और फोटो छपी, पर अब कोई दोषी नहीं. पेपर सेट करने वाली तथाकथित एजेंसी को खट्टर सरकार ने नोटिस दिया कि 100 में से 41 सवाल रिपीट कैसे हुए, अब एजेंसी जबाब भी देने से इंकार कर खट्टर सरकार को ठेंगा दिखा रही है, पर खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी के पास कोई हल नहीं. HSSC का चेयरमैन व मेम्बर खट्टर जी ने लगाए, पर अब कहते हैं उनसे कोई सरोकार नहीं. हरियाणा के युवा पूछते हैं कि “पेपर लीक माफिया” की सरकार ने गुणी “युवाओं के भविष्य” को “बुलडोजर के नीचे कुचल” दिया, पर उनके लिए श्रीमान खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी के पास कोई जबाब है या अब हरियाणा के युवाओं से भी कोई सरोकार नहीं! जबाब दो, हिसाब दो!
दिशा हीन और गुमराह है खट्टर सरकार
वहीं कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी शैलजा ने भी ट्वीट कर निशाना साधते हुए लिखा कि- घर के बच्चे वैसा ही व्यवहार करते हैं जैसे संस्कार उन्हें घर के बड़ों से सीखने को मिलते हैं. जिस एजेंसी को पेपर के लिए नियुक्त किया गया उसका चुनाव किसने किया था? जिस पैनल ने पेपर बनाया क्या उन्हे मनमर्जी चलाने के लिए स्वतंत्र छोड़ दिया गया? HSSC ने अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन नहीं किया और आप मूकदर्शक बने रहे. आपके वक्तव्य से पता चलता है कि आपके पास हरियाणा के उज्ज्वल भविष्य की कोई नीति नहीं है. “दिशा हीन” एवं “गुमराह” सरकार बन चुकी है खट्टर सरकार.
‘जिम्मेदारों ने हर चीज से पल्ला झाड़ लिया’
इसके अलावा कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने ट्वीट कर लिखा कि- हैरत है Group-C भर्ती पेपर में 41 प्रश्न रिपीट करने वाली एजेंसी भी सरकार को जवाब नहीं दे रही. HSSC पेपर दोबारा करवाने के मूड में नहीं. ऐसा लग रहा है सब कुछ भगवान भरोसे है, क्योंकि जिम्मेदारों ने तो हर चीज से पल्ला झाड़ लिया.