दिल्ली सर्विस बिल को लेकर आम आदमी पार्टी और केंद्र सरकार आमने सामने है.
बिल पास होने के बाद भी इस पर सियासत जारी है. आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. राघव चड्ढा के साथ-साथ संजय सिंह को भी सस्पेंड किया गया है. राज्यसभा ने यह फैसला लिया है. विशेषाधिकार समिति की जांच रिपोर्ट आने तक आप सांसद चड्ढा राज्यसभा से निलंबित रहेंगे. वहीं, संजय सिंह को अगले सत्र तक के लिए निलंबित कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, राघव चड्ढा ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने के लिए गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस की थी. राज्यसभा ने इसी को आधार बनाकर राघव चड्ढा को सस्पेंड किया है.
मामला प्रिवेलेज कमेटी के पास तो चड्ढा खुद को मीडिया में बयान कैसे दे सकते
बताया गया कि जब मामला प्रिवेलेज कमेटी के पास जांच के लिए गया है तो राघव चड्ढा मीडिया में खुद को कैसे डिफेंड कर सकते हैं. इसकी को आधार बनाकर राघव चड्ढा को सस्पेंड किया गया. बता दें कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य सभा में राघव चड्ढा पर अन्य सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर और राजयसभा में फर्जीवाड़ा का आरोप लगा है. बीजेपी ने आप सांसद पर यह आरोप लगाया है.
अपने ऊपर लगे आरोपों पर चड्ढा ने दी सफाई
गृहमंत्री के द्वारा लगाए गए आरोपों के लेकर राघव चड्ढा ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि भाजपा दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर में सरेआम झूठ फैला रही है, जबकि संसद प्रणाली के नियमों में ऐसा कोई नियम ही नहीं है कि किसी के हस्ताक्षर अनिवार्य हो. और साथ ही में भाजपा के नेताओं को चुनौती देता हूं कि ऐसा कोई भी कागज दिखाए जिस पर नकली हस्ताक्षर हुए हो उन्होंने कहा कि भाजपा को परेशानी इस बात पर हुई कि इस सुपारी जितनी पार्टी के 34 साल के लड़के ने इतने जोरदार तरीके से दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के सामने देश के सबसे बड़े सदन में खड़े होकर भाजपा की डबल स्टैंडर्ड घोषणाओं पर सवाल कैसे पूछे.