कुख्यात गैंगस्टर से आतंकवादी बने ये तीनों आरोपी देश से बाहर रह रहे हैं. उन्होंने भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए वहां अपने गुर्गों का गिरोह बनाया है.
NIA Chargesheet Terrorist: एनआईए ने प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक संगठनों बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) और खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) से जुड़े तीन आतंकवादियों और छह अन्य के खिलाफ रविवार (23 जुलाई) को चार्जशीट दाखिल की है. एजेंसी ने चार्जशीट में भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए भर्ती और संचालन में शामिल तीनों आतंकियों के अंतरराष्ट्रीय संबंधों का खुलासा किया है.
अधिकारियों ने बताया कि आतंकी हरविंदर सिंह संधू और लखबीर सिंह संधू बीकेआई से जुड़े हैं, वहीं अर्शदीप सिंह केटीएफ से जुड़ा है. एनआईए के अनुसार, तीनों व्यक्ति विदेश में स्थित हैं और उन्होंने भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अपने गुर्गों का अपना नेटवर्क स्थापित किया है. उनके पाकिस्तान और अन्य देशों में ड्रग तस्करों और खालिस्तान समर्थक गुर्गों के साथ संबंध हैं.
एनआईए ने छह अन्य सहयोगियों का नाम भी किया शामिल
दिल्ली में एक विशेष अदालत के समक्ष दाखिल आरोपपत्र में बीकेआई और केटीएफ के लिए काम करने वाले छह अन्य सहयोगियों का भी नाम शामिल किया गया है. जिसमें दोनों संगठनों के लिए धन जुटाने की एक जटिल व्यवस्था को भी रेखांकित किया गया है. एनआईए बीकेआई और केटीएफ से जुड़े 16 अन्य फरार और गिरफ्तार आरोपियों के संबंधों की भी जांच कर रही है.
हरविंदर सिंह संधू भाग गया था पाकिस्तान
मुख्य आरोपियों में से एक, हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा एक पूर्व गैंगस्टर है जो अब एक प्रमुख बीकेआई सदस्य है. वह 2018-19 में अवैध रूप से पाकिस्तान भाग गया था और वर्तमान में पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में वहां रह रहा है. रिंडा बीकेआई का बेहद अहम सदस्य है और भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में शामिल है.
रिंडा 2023 में भारत सरकार की ओर से ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ घोषित किया गया था. वहीं लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा शुरू में आपराधिक और गैंगस्टर गतिविधियों में शामिल था, बाद में कनाडा चला गया और वहां से अपनी गतिविधियां जारी रखीं. वह बीकेआई आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू के साथ जुड़ गया और बीकेआई का सदस्य बन गया.
भारत का कुख्यात गैंगस्टर था अर्शदीप सिंह
एक अन्य आरोपी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला भारत का कुख्यात गैंगस्टर था. वह कनाडा चला गया था जहां वह केटीएफ के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर के संपर्क में आया. एनआईए के मुताबिक, उसने जबरन वसूली और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती की और आतंकवादी गिरोह बनाए. अर्श डाला को इसी साल भारत सरकार ने व्यक्तिगत आतंकवादी भी घोषित किया था.