अमेरिका हीट वेव की चपेट में है.
फ्लोरिडा, टेक्सास और कैलिफॉर्निया (Florida, Texas and California) जैसे शहरों में भीषण गर्मी से त्राहिमाम मचा है. खासतौर से डेथ वैली में तापमान 54 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है.
फीनिक्स में पारा 48 डिग्री पर है. हीटवेव (heat wave) की वजह से हालात इतने खराब हैं कि कई शहरों में हीट स्ट्रोक लॉकडाउन (heat stroke lockdown) तक लगा दिया गया है. इसमें लोगों के सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक घर से बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई है.
अमेरिका ही नहीं बल्कि यूरोप के कई देश इन दिनों भीषण गर्मी (severe heat) से जूझ रहे हैं, एशिया में चीन में गर्मी की वजह से लोगों की हालत खराब है. भारत में मानसून की वजह से आंशिक राहत है, लेकिन उमस लोगों का दम निकाल रही है. विशेषज्ञ इसका कारण ग्लोबल वार्मिंग (global warming) को मान रहे हैं, वैज्ञानिक लगातार इस बात पर शोध करने में जुटे हैं कि आखिर तापमान में लगातार बढ़ोतरी क्यों हो रही है.
क्या होती है हीट वेब
अत्यधिक गर्म मौसम की स्थिति को हीट वेव कहते हैं, यह एक निश्चित समय तक रहती है. कहीं भी हीट वेब की स्थिति तब बनती है जब वहां का तापमान औसत से कहीं अधिक हो जाता है. अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से यह अलग-अलग हो सकता है. यदि भारत की बात करें तो यहां हीट वेव के तीन मानक तय किए गए हैं. इसमें जब मैदानी इलाकों का तापमान 40 डिग्री से अधिक हो जाए. तटीय क्षेत्र का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से पार कर जाए तो हीट वेब की स्थिति बन जाती है.
क्या भारत में अगले साल आ सकता है हीट वेब
लगातार जलवायु परिवर्तन की वजह से भारत भी हीट वेव के दायरे में हैं, हालांकि ये ग्रीष्म लहर अमेरिका जैसी होगी या नहीं ये नहीं कहा जा सकता. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में पहले ही इस बात की संभावना जता दी गई थी. इसमें वैज्ञानिकों के हवाले से बताया गया है कि भारत सहित एशिया, अमेरिका और यूरोप गर्मी से प्रभावित होते रहेंगे. यहां गर्मी इसलिए भी पड़ेगी क्योंकि ये आर्थिक गतिविधियों के केंद्र हैं. इसी रिपोर्ट में नार्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के जलवायु वैज्ञानिक डेनियल हॉर्टन की ओर से भी पुष्टि की गई है कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से गर्म हवा का प्रसार होगा और तापमान में लगातार बढ़ोतरी होगी.
2060 तक भारत में बढ़ जाएंगे हीट वेब के मामले
दुनिया में हीट वेव एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है. इससे गर्मी से होने वाली मौतों में जो इजाफा हो ही रहा है, यह फसल के लिए भी नुकसानदायक है. पिछली मई में IMD की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2060 तक भारत में आने वाली हीटवेब में इजाफा होगा. इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन की शोधकर्ता मरियम के मुताबिक ज्यादा गर्मी और नमी इंसानों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालती है.