हरियाणा में बाढ़ का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है
अब प्रदेश के 12 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए है. 854 गांवों में बाढ़ की वजह से पानी भर गया है. लोग घरों में कैद हो गए है खाने-पीने और बिजली को लेकर लोगों की परेशानियां बढ़ने लगी है. एनडीआरएफ और सेना रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है. अब तक 3674 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. मारकंडा, घग्गर, सरस्वती सहित अन्य नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है.
6 जिलो 585 गांव ज्यादा प्रभावित
जीटी रोड बेल्ट के 6 जिलों की हालत ज्यादा खराब दिखाई दे रही है. अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र और पानीपत जिलों के करीब 585 गांव बांढ़ से ज्यादा प्रभावित है. बहुत से गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है. 4 लाख एकड़ फसल बाढ़ से पूरी तरह प्रभावित हो गई है. यहीं नहीं कैथल और कुरूक्षेत्र की स्थिति पहले से खराब हो गई है. वहीं घग्गर नदी का पानी चीका शहर में भर गया. इसके अलावा मारकंडा नदी का पानी शाहाबाद से कुरुक्षेत्र तक पहुंच चुका है.
हथिनी कुंड बैराज में पानी बढ़ने से गांवों को खतरा
यमुनानगर के हथिनी कुंड बैराज में पानी बढ़ने से गांवों में खतरा मंडरा रहा है. वहीं कुरुक्षेत्र शहर में पानी कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के तीसरे गेट तक पहुंच गया है. पानी को आगे तक बढ़ता देख लोग कॉलोनियों से पलायन करने लगे हैं. अंबाला, यमुनानगर, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र में एनडीआरएफ और सेना की टीमें बचाव में जुटी है. वायुसेना ने गुरुवार को अंबाला के 7 गांवों में राहत सामग्री पहुंचाई. पानी अब पलवल जिले तक पहुंच गया है. पलवल जिले के 24 गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंचे गया है.
अब तक 16 लोगों की मौत
बाढ़ की वजह से हरियाणा में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को भी 2 लोगों के शव बरामद हुए. वहीं करनाल में एक महिला की मौत हो गई, इसके अलावा एक व्यक्ति पानी में बह गया. वहीं सरकार के मुताबिक कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, अंबाला, फतेहाबाद, पानीपत, सोनीपत, यमुनानगर, पंचकूला जिलों में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 16 लोगों की मौत हो गई है. 2 लोग घायल और 2 लोग लापता है. सरकार ने अब तक 12 राहत कैंप खोले हैं. जिनमें 1819 लोगों को रखा गया है.