Yashashvi Jaiswal On Century: डोमिनिका में भारत और वेस्टइंडीज की टीमें आमने-सामने है. यशस्वी जयसवाल और रोहित शर्मा के शतकीय पारी की बदौलत टीम इंडिया ने मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. भारतीय टीम दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 312 रन बना चुकी है. इस तरह टीम इंडिया की बढ़त 162 रनों की हो गई है. इस वक्त यशस्वी जयसवाल और विराट कोहली क्रीज पर हैं. यशस्वी जयसवाल 143 रन बनाकर नाबाद है. जबकि विराट कोहली 36 रनों पर नाबाद हैं. वहीं, यशस्वी जयसवाल ने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने के बाद प्रतिक्रिया दी.
यशस्वी जयसवाल ने शतक के बाद क्या कहा?
यशस्वी जयसवाल ने कहा कि यह मेरे लिए बेहद इमोशनल इनिंग है. भारतीय टीम में जगह बनाना आसान नहीं है. लेकिन मुझे मौके मिले, सब लोगों को शुक्रिया करना चाहूंगा. खासकर, टीम मैनेजमेंट, रोहित शर्मा और अपने चाहने वालों का… उन्होंने कहा कि डोमनिका की पिच स्लो है, इसके अलावा आउटफील्ड बेहद धीमा है. यह काफी मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है. साथ ही उन्होंने कहा कि डोमिनिका में काफी गर्मी है, लेकिन अपने देश के लिए बेहतर करना चाहता था. मैं बॉल बाय बॉल खेलने पर फोकस कर रहा था, अपने क्रिकेट को एंजॉय कर रहा था.
यह मेरे लिए बेहद खास और इमोशनल लम्हा
यशस्वी जयसवाल कहते हैं कि मुझे टेस्ट फॉर्मेट से प्यार है, चुनौती पसंद है. खासकर, जब बॉल स्विंग और सीम हो रही थी, उस हालात को मैंने एंजॉय किया. हमने काफी मेहनत की. उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए बेहद खास और इमोशनल लम्हा है. मुझे खुद पर गर्व है… लेकिन मैं सब लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा. साथ ही उन्होंने कहा कि यह महज मेरे लिए शुरूआत है, आगामी दिनों बेहतर करने की कोशिशें जारी रखूंगा.
वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका में चल रहे पहले टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल ने धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए मेजबान गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा डाली। जायसवाल ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ने का गौरव हासिल कर लिया। भारतीय टीम के लिए जायसवाल से पहले डेब्यू टेस्ट मैच में कुल 16 खिलाड़ियों ने शतकीय पारी खेली थी। जायसवाल ने दूसरे दिन के खेल में लंच के बाद शतक जमाया। उन्होंने रोहित शर्मा के साथ मिलकर एक अहम भागीदारी भी की। रोहित के साथ उन्होंने 200 से ज्यादा रन जोड़े।
यशस्वी जायसवाल भारत के ऐसे तीसरे ओपनर बल्लेबाज हैं, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट मैच में शतकीय पारी खेली है। उनसे पहले शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ने बतौर ओपनर टेस्ट शतक जमाया है। ऐसे में उनके लिए यह एक एक बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। जायसवाल ने संयम बरतते हुए बैटिंग की। धीमे विकेट पर जायसवाल ने खुद को बेहतरीन तरीके से ढाल लिया।
रणजी ट्रॉफी में धीमी पिचों पर खेलने की आदत उनको रही है। इसका लाभ उन्होंने विंडसर पार्क स्टेडियम में उठाया और अपने चयन को भी सही साबित कर दिया। रोहित और जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 229 रन जोड़े। जायसवाल के शतक को लेकर फैन्स की तरफ से कई बड़ी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली। बहुत लोगों ने यह भी कहा कि प्रतिभा को किसी की जरूरत नहीं होती। जायसवाल की काबिलियत ने उनको इस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया। जायसवाल और रोहित दोनों के बल्ले से शतक निकले। भारतीय टीम बड़ी बढ़त लेकर वेस्टइंडीज को पारी से हरा सकती है।