पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश आज भी नहीं थमी। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में आज भी बारिश हो रही है।बारिश, भूस्खलन की वजह से अब तक अलग-अलग राज्यों में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
राजधानी देहरादून में सुबह से ही शुरुआत बारिश से हुई।
उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह से एक बार फिर बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा रोक दी गई है। उत्तराखंड में आज बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। लैंडस्लाइड की वजह से गंगोत्री और यमुनोत्री नेशनल हाईवे कई जगहों पर बंद हैं। यहां 5 हजार लोग फंसे हुए हैं।
हरिद्वार के टीबड़ी में रेल ट्रैक टूटने से कई ट्रेनें प्रभावित हुईं हैं।
अगले 4 दिनों के दौरान उत्तराखंड में हल्की या मध्यम रूप से काफी व्यापक से बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भारत के विभिन्न हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है। मौसम कार्यालय ने कहा कि इस दौरान हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, पूर्वी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार और उत्तर प्रदेश में आज और कल यानी 13 जुलाई तक बारिश होगी। उसके बाद इन राज्यों में इसमें कमी आएगी। पश्चिम बंगाल, झारखंड को छोड़कर देश भर में सामान्य वर्षा गतिविधि की संभावना है। ओडिशा में बारिश अगले 3 दिनों के दौरान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। वहीं हिमाचल प्रदेश में दो दिन बाद रेड अलर्ट है।
शिमला, सिरमौर, किन्नौर में बाढ़ की चेतावनी है।
कुल्लू में ब्यास नदी के बहाव में 30 घर और 40 दुकानों वाला आधा सैंज बाजार ही बह गया। हिमाचल के चंद्रताल में 250 टूरिस्ट फंसे हुए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है
कि 8 घंटे के लिए बारिश बंद हुई तो सभी को रेस्क्यू कर लेंगे। सोलन में लैंडस्लाइड की चपेट में आने से दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। वहीं, चंडीगढ़-शिमला और चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे आंशिक तौर पर खोल दिए गए हैं। दिल्ली के चाणक्य पुरी इलाके में पानी भर गया। कुछ राजनयिकों और वरिष्ठ अफसरों के घर में भी पानी घुस गया। हरियाणा के 9 जिलों के 600 गांवों में पानी भर गया है।
अंबाला के कई इलाकों में पानी भर गया है। चंडीगढ़-अंबाला हाईवे ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया।
वहीं, अंबाला-कैथल-हिसार नेशनल हाईवे अभी भी बंद है। बता दें कि मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में पश्चिमी छोर और उत्तर में पूर्वी छोर के साथ सक्रिय है। एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पूर्व राजस्थान और आसपास के निचले और मध्य क्षोभमंडल स्तर पर स्थित है। निचले क्षोभमंडल स्तर पर एक चक्रवाती परिसंचरण हरियाणा और उसके आसपास स्थित है। पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप में मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर पर पूर्वी पाकिस्तान पर स्थित है। औसत समुद्र तल पर अपतटीय गर्त दक्षिण महाराष्ट्र तट से उत्तरी केरल तट तक फैला हुआ है।