चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने जिला परिषदों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों से आह्वïन किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में शिक्षा, स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा पैंशन व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे अभियान को सफल बनाने के लिए समर्पित भाव व पूरी निष्ठï से कार्य करें। सभी जिला परिषदों के लिए तीन-तीन करोड़ रुपये का बजट जारी किया जा चुका है और जिला परिषद इस राशि से आवश्यकतानुसार अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कार्य करवाएं।मुख्यमंत्री आज चण्डीगढ़ स्थित अपने सरकारी निवास पर उनका आभार व्यक्त करने आए नवनिवार्चित जिला परिषदों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों को सम्बोधित कर रहे थे।
बैठक में जिला परिषद के अध्यक्षों के मकान भत्ता बढ़ाने तथा अन्य शक्तियां प्रदान करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने मकान भत्ता बढ़ाने पर विचार कर रही है। शक्तियों के संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार सत्ता के विक्रेन्द्रीकरण पर जोर दे रही है। पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े जन प्रतिनिधियों को और अधिक जिम्मेवारियां दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिन आशाओं व अपेक्षाओं के साथ लोगों ने उन्हें चुना है, उन्हें पूरा करने के लिए जिला प्रशासन व अन्य विभागों के साथ समर्पित भाव से कार्य करें। उन्होंने कहा कि पहली बार चुन कर आए जनप्रतिनिधियों के लिए सरकारी तंत्र में कुछ बातें नई होती हैं किन्तु कार्य करने की लग्न उन्हें सहज बना देती है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के अनुमान तैयार करने के लिए सरकार सामाजिक लेखा परीक्षण की व्यवस्था कर रही है। इसके तहत हर गांव में ग्राम सभा की बैठक में सहमति के आधार पर 10-11 लोगों की टीम गठित की जाएगी।
इस व्यवस्था से भ्रष्टïचार पर काफी हद तक अंकुश लगेगा। मुख्यमंत्री ने उन्हें जिला परिषदों की आय के नए संसाधन जुटाने का भी सुझाव देते हुए कहा कि जहां-जहां पर जिला परिषद के नाम जमीन उपलब्ध है वहां पर दुकाने या अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठïन संचालित कर जिला परिषद की आय के संसाधन सृजित किए जा सकते हैं। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने क्षेत्रों में योग कार्यक्रम आयोजित करवाने को भी कहा।
विकास एवं पंचायत मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने जनप्रतिनिधियों का आह्वïन किया कि वे पंचायत चुनाव के कारण किसी गांव में गुटबाजी या खींचातानी है तो वे इसे खत्म करने की पहल करें और गांव में एकता और भाईचारे बनाए रखने की मिसाल पेश करें। उन्होंने कहा कि इस बार पंचायती राज चुनावों में ज्यादातर भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा वाले प्रतिनिधि चुने गए हैं। ब्लॉक समितियों के भी 112 अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी समर्थित हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बीडीसी अध्यक्षों के साथ भी मुख्यमंत्री की ऐसी बैठक का आयोजन करवाया जाएगा।
श्री धनखड़ ने सुझाव दिया कि जिला परिषद के अध्यक्षों को हर वर्ष अपने क्षेत्र की एक समस्या को जड़मूल से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। इस वर्ष वे सामाजिक सुरक्षा पेंशनों से जुड़े मुद्दों के समाधान को एक मिशन के रूप में अपनाएं और पेंशन से जुड़ी एक भी समस्या अपने क्षेत्र में न रहने दें। इसीप्रकार, अगले वर्ष किसी और मुद्दे का चयन करें। उन्होंने कहा कि सरकार की जोखिम फ्री गांव बनाने की योजना का अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक प्रचार करें। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, अटल पेंशन योजना तथा पशुधन बीमा जैसी योजनाओं से जुडऩे के लिए लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के नाम पर गलत तरीके से गैर सरकारी संगठनों द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी भी उपलब्ध करवाने को कहा ताकि ऐसे एनजीओ पर अंकुश लगाया जा सके।
बैठक में श्री धनखड़ ने इस बात की जानकारी दी कि इस बार पंचकूला, फतेहाबाद, पानीपत व करनाल जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर महिला प्रतिनिधि चुनी गई, जो सरकार की महिला सशक्तिकरण की ओर उठाए जा रहे कदमों का प्रमाण है।
बैठक में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार श्री जगदीश चोपड़ा, राजनीतिक सचिव दीपक मंगला के अलावा झज्जर, रोहतक, करनाल, कुरूक्षेत्र,कैथल, पानीपत, सोनीपत, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी,मेवात व गुडग़ांव जिला परिषदों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष उपस्थित थे। जिला परिषद के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों ने व्यक्तिगत परिचय के लिए बैठक बुलाने के लिए मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ का विशेष आभार व्यक्त किया।